मौत के बाद भी इस महिला के जिस्म की 187 सालों तक होती रही नुमाइश

04 April 2023

सारा बार्टमैन का जन्म 1789 को साउथ अफ्रीका के ईस्टर्न केप में हुआ था. जब वह छोटी थीं तो मां-पिता का देहांत हो गया. जिससे वह अनाथ हो गईं.

साउथ अफ्रीका में उस समय रंग को लेकर काफी भेदभाव हुआ करता था. सारा एक तो ब्लैक अफ्रीकन थीं. ऊपर से वह शारीरिक रूप से भी कुछ अलग थीं.

एक समय तो ऐसा आया कि सारा के शरीर का पिछला हिस्सा इतना अधिक बढ़ गया कि उनका शरीर अब नितम्ब की अपेक्षा में काफी छोटा लगने लगा था.

इसी बीच 1810 में एक अंग्रेज एलेक्जेंडर डनलप सारा को लंदन लेकर चला गया. ताकि वहां वह सारा के शो आयोजित करवाकर पैसा कमा सके.

यहां होटेनटोट वीनस नामक शो आयोजित करवाया जाने लगा. जिसमें सारा भी अर्धनग्न अवस्था में परफॉर्म करती थीं.

उसे देखने के लिए लोग पैसे देकर पर्सनल शो भी अपने घरों में करवाते थे. लेकिन इस दौरान वे लोग सारा का शारीरिक शोषण भी करते.

इसी तरह सारा के कार्टून भी अखबारों में छपने लगे. लोग इन्हें देखकर खूब मजाक उड़ाते. वहीं ये सब देखकर सारा काफी दुखी रहतीं.

कुछ साल बाद ब्रिटेन में इस तरह के शो पर पाबंदी लगा दी गई. सारा को फ्रांस के व्यापारी को बेच दिया गया. वहां भी उससे ऐसे ही शो करवाए जाते.

29 दिसम्बर 1815 में एक शो के दौरान सारा की मौत हो गई. लेकिन उसके अंगों को काटकर पेरिस के म्यूजियम में रख दिया गया. ताकि लोग उसे देख सकें.

1994 में जब नेल्सन मंडेला साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति बने तो उन्होंने फ्रांस से सारा के अवशेषों की मांग की. ताकि उसका अंतिम संस्कार किया जा सके.