इटली के मोंटेला शहर में जन्मी लियोनार्डा सियानियुली का बचपन काफी दर्द भरा बीता. क्योंकि उसकी मां उसे बिल्कुल भी प्यार नहीं करती थी.
बड़े होकर लियोनार्डा ने अपनी पसंद के लड़के से शादी की. वह 17 बार गर्भवती हुई. जिसमें से 3 बार तो उसका मिसकैरिज हो गया और 10 बच्चे उसके पैदा होते ही मर गए.
लियोनार्डा के अब 4 बच्चे ही बचे थे. जिन्हें लेकर वह हमेशा परेशान रहती. वह उनकी सलामती के लिए अक्सर तांत्रिकों से उपाय पूछती रहती.
एक तांत्रिक ने जब उसे बताया कि उसके चारों बच्चे भी जल्द ही मर जाएंगे तो वह डर गई. तब उसे बताया गया कि अगर वह मानव बलि देती है तो ये सब नहीं होगा.
लियोनार्डा ने तांत्रिक की बात मान ली. सबसे पहले उसने फॉस्टिना सेट्टी नामक महिला को अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में फंसाकर अपने घर बुलाया.
वहां उसे जूस पीने को दिया जिसमें उसने नींद की गोली मिलाई थी. जूस पीते ही फॉस्टिना बेहोश हो गई. फिर लियोनार्डा ने उसे कुल्हाड़ी से मार डाला.
उसके शव के टुकड़े किए. उन्हें उबाला और साबुन बनाने वाले केमिकल में डाल दिया. बाद में उनको गटर में फेंक दिया.
यही नहीं, उसने फिर दूसरी महिला फ्रांसेस्का सोवी के साथ भी ऐसा ही किया. जिसके बाद उसे मानव बलि का चस्का सा लग गया.
लेकिन जब लियोनार्डा ने अपने तीसरे शिकार के साथ ऐसा किया तो वह फंस गई. इस महिला का नाम था वर्जीनिया कैसियोपो.
वर्जीनिया के शव को उसने उबाला. फिर उसमें इत्र और साबुन बनाने वाले केमिकल डाल दिए. बाद में उससे साबुन तैयार किया.
लेकिन वर्जीनिया की बहन ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवा दी थी. जब पुलिस ने जांच शुरू की तो उन्हें लियोनार्डा पर शक हुआ.
सख्ती से पूछताछ में लियोनार्डा ने अपने सारे गुनाह कबूल कर लिए. जिसके लिए उसे कोर्ट ने 33 साल जेल की सजा सुनाई.