हेल्थ इंश्योरेंस आपकी जिंदगी में किया गया ऐसा निवेश है, जिसे आप पैसे से नहीं तौल सकते हैं.
सरकार भी इस पर जोर देती है कि जैसे भी हो हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लें.
इससे जिंदगी तो सुरक्षित होती ही है और टैक्स का भी लाभ मिलता है.
हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त हमें भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए, जिससे पॉलिसी लेने के बाद सब बेड़ागर्क हो जाए.
कॉरपोरेट सेक्टर में काम करने वाले लोग सोचते हैं कि कंपनी की पॉलिसी मिली है तो अलग से पॉलिसी लेने की क्या जरूरत?
यह सोच गलत है क्योंकि पॉलिसी तभी तक काम करती है जब तक आप उस कंपनी के कर्मचारी हैं.
पर्सनल हेल्थ पॉलिसी जरूर लें, अगर किसी वक्त कंपनी से आप अलग कर दिए जाएं तो अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं पडे़गी.
छोटी पॉलिसी का छोटा फायदा. अक्सर अधिक पैसे की पॉलिसी लें भले ही प्रीमियम में ज्यादा पैसे देने पड़ें.
हेल्थ इंश्योरेंस लेने में ज्यादा वक्त ना लगाएं. ऐसा ना हो कि इंतजार करते-करते आपकी पॉलिसी लेने की उम्र ही निकल जाए.
पॉलिसी का फॉर्म भरते वक्त पूरी बात सही-सही बताएं. अगर कोई बीमारी है तो उसका भी जिक्र करें. वरना बाद में खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.