LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) ने अपनी नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ‘आरोग्य रक्षक’ पेश की है जिसमें कुछ निश्चित हेल्थ रिस्क के लिए फिक्स्ड हेल्थ इंश्योरेंस तय किया गया है.
LIC की आरोग्य रक्षक एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, रेग्युलर प्रीमियम वाली व्यक्तिगत हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है.
ये पॉलिसी ‘फिक्स्ड हेल्थ इंश्योरेंस’ देती है ताकि मेडिकल इमरजेंसी में समय से सुविधाएं मिल सके.
आरोग्य रक्षक लेते वक्त व्यक्ति की आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
इस पॉलिसी में बीमित व्यक्ति अपने जीवनसाथी, बच्चों और माता-पिता को शामिल कर सकता है.
पॉलिसी लेते वक्त, 91 दिन से 20 वर्ष तक की आयु के बच्चों को शामिल किया जा सकता है.
बीमित व्यक्ति के माता-पिता को 80 वर्ष की आयु तक, जबकि बच्चों को 25 वर्ष की आयु तक हेल्थ इंश्योरेंस कवर देती है.
इसमें बीमित व्यक्ति को उसके वास्तविक मेडिकल खर्चे के स्थान पर फिक्स्ड बीमा मिलता है. वहीं अस्पताल में भर्ती होने या सर्जरी होने पर ज्यादा से ज्यादा खर्चों को कवर किया जाता है.
बीमित व्यक्ति की मृत्यु की स्थिति में पॉलिसी में कवर अन्य लोगों को प्रीमियम में छूट की सुविधा मिलती है.
बीमा कराने वाला व्यक्ति इस पॉलिसी के साथ LIC के नए ‘Term Assurance Rider’ और ‘Accident Benefit Rider’ का फायदा भी उठा सकता है.
LIC ने आरोग्य रक्षक में ऑटो सम अप बेनेफिट, नो क्लेम बोनस बेनेफिट भी दिए हैं. इसके अलावा एंबुलेंस बुलाने या हेल्थ चेक-अप पर जाने के फायदे भी मिलेंगे.