आमतौर पर जानकारी न होने की वजह से मुर्गी पालने वाले किसान मुर्गियों की बीट को ऐसे ही फेंक देते हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramकिसान भाई ऐसा कतई न करें. बीट से कमाई तो होती ही साथ ही उसके प्रयोग से फसलों की पैदावार भी बढ़ जाती है.
Pic Credit: urf7i/instagramइससे पहले मुर्गी की बीट से बायोगैस बनाने की भी खबरें आती रही हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramउत्तर प्रदेश में भी बायोगैस और मुर्गी की बीट से बनी खाद पर रिसर्च हो रही है.
Pic Credit: urf7i/instagramखेती में इस खाद के उपयोग के बाद किसी अन्य खाद या उर्वरक की जरूरत नहीं पड़ती है.
Pic Credit: urf7i/instagramइसकी खाद से फसलों का विकास काफी सही तरीके से होता है.
Pic Credit: urf7i/instagramबता दें कि जबसे जैविक खेती की ओर लोगों का रुझान बढ़ रहा है, मुर्गी की बीट की मांग भी बढ़ती जा रही है.
Pic Credit: urf7i/instagramमुर्गी पालक जैविक खाद की कंपनियों को बीट बेच रहे हैं. फिलहाल हमें 7 से 15 रुपए प्रतिकिलो मिल रहा है.
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