होम लोन के लिए आपको कई तरह के खर्च करने होते हैं.
प्रोसेसिंग शुल्क, स्टांप शुल्क और लीगल खर्च आपको देना होता है.
होम लोन लेने से पहले कई बैंकों के ब्याज दर और प्रोसेसिंग शुल्क की जानकारी जुटाएं.
बैंक ब्याज दर को कम रखते हैं, लेकिन प्रोसेसिंग शुल्क ज्यादा होता है.
प्रोसेसिंग चार्ज अलग से लगता है, ये लोन की राशि का 2% तक हो सकता है.
कुछ बैंकों में प्रोसेसिंग फीस कर्ज की राशि का 0.5 फीसदी ही होता है.
लोन एग्रीमेंट पर लगने वाले स्टांप और नोटरी का चार्ज भी आवेदक को ही देना पड़ता है.
लोन मंजूर होने के बाद बिल्डर घर या फ्लैट का पजेशन नहीं देता है, तो प्री-EMI लगती है.
प्री-EMI में किस्त की केवल ब्याज राशि होती है.
बैंक कर्ज देते वक्त उतनी राशि अनुमान के अनुसार काट लेते हैं.