16 Apr 2025
Credit:Pexel
अक्सर हम सोचते हैं कि फ्लाइट में एयर होस्टेस बार-बार टोका-टोकी क्यों करती हैं, लेकिन असल में वो जो कुछ भी करती हैं, हमारी सुरक्षा और भलाई के लिए ही होता है.
Credit-Pexel
फ्लाइट क्रू को ट्रेनिंग दी जाती है कि वो ऐसी छोटी-छोटी बातों को नोटिस करें, क्योंकि इमरजेंसी में यही 'छोटी चीजें' बड़ी भूमिका निभाती हैं. ऐसी ही एक सलाह है टेकऑफ-लैंडिग के वक्त सीट सीधी करने को कहना.
Credit-Pexel
टेक-ऑफ और लैंडिंग उड़ान के सबसे संवेदनशील पल होते हैं.अगर इस दौरान कोई इमरजेंसी हो जाए, तो आपकी सीट की पोजिशन ही तय कर सकती है कि आप सुरक्षित रहेंगे या नहीं.
Credit-Pexel
सीट सीधी होने से आपकी पीठ को सही सपोर्ट मिलता है, जिससे आप किसी टक्कर की स्थिति में जल्दी संभल सकते हैं. वहीं, झुकी सीट से आपको और पीछे बैठने वालों को चोट लग सकती है.
Credit-Pexel
सोचिए, इमरजेंसी में जब हर सेकंड कीमती हो, तो ये झुकी हुई सीटें रुकावट बन जाएंगी. रास्ता ब्लॉक हो सकता है, और लोगों के बाहर निकलने में देरी हो सकती है.
Credit-Pexel
इसी वजह से ट्रे टेबल भी बंद करवाए जाते हैं. एक निकला हुआ ट्रे टेबल अचानक झटके में हथियार जैसा भी काम कर सकता है.
Credit-Pexel
बता दें, ये सारी बातें एविएशन लॉ का हिस्सा है. अमेरिका के 'कोड ऑफ फेडरल रेगुलेशंस' के मुताबिक, फ्लाइट टेक-ऑफ और लैंडिंग से पहले हर पैसेंजर की सीट सीधी होनी चाहिए.
Credit-Pexel