08 Mar 2025
गिलास में थोड़ी व्हिस्की और कुछ बर्फ के टुकड़े डालकर एक बार में पीया जाए तो उसे 'ऑन द रॉक्स' (On the rocks) कहा जाता है.
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'ऑन द रॉक्स' यानी ढेर सारी बर्फ के साथ व्हिस्की परोसा जाना लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पीने के इस तरीकों को ऑन द रॉक्स ही क्यों कहा गया?
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इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है. इंटरनेट पर प्रचलित कहानियों पर भरोसा करें तो 9वीं से 11वीं शताब्दी तक अस्तित्व में रहे वाइकिंग योद्धा अपनी शराब की कड़वाहट को दूर करने और उसे ठंडा रखने के लिए उसमें नदी के पत्थरों को डालते थे.
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वहीं, बाद में स्कॉटलैंड के किसानों की वजह से 'स्कॉच ऑन द रॉक्स' का चलन आया.
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फ्रिज और आईस क्यूब के आविष्कार से बहुत पहले स्कॉटिश लोग अपनी व्हिस्की को ठंडा करने के लिए नदियों या झीलों में पड़े ठंडे पत्थरों का इस्तेमाल करते थे.
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ज्यादा पानी मिलाना व्हिस्की के फ्लेवर को बर्बाद कर सकता था, इसलिए इसे ठंडा करने के लिए पत्थर बेहतर विकल्प थे.
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दुनिया को स्कॉच जैसी नायाब शराब देने वाले इस देश में व्हिस्की सदियों से मुख्य तौर पर दो तरीके से ही परोसी जाती है. एक नीट और दूसरी एक बूंद पानी के साथ.
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स्कॉटिश मानते हैं कि बूंद भर पानी व्हिस्की के जटिल फ्लेवर प्रोफाइल को ओपन करने में मददगार होता है.
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आज भी वे जिस पानी से व्हिस्की बनाते हैं, उसे अलग से पैक करके बेचते भी हैं.
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वहीं, आधुनिक समय में व्हिस्की में बर्फ मिलाने का चलन अमेरिकी माना जाता है. कहते हैं कि इस शब्द युग्म का पहली बार इस्तेमाल 1940 के दशक में हुआ.
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उस वक्त आईस क्यूब ट्रे एक नया आविष्कार था. इनसे निकलने वाली बर्फ का आकार आकर्षित करता था और बहुत सारे लोगों को यह छोटे पत्थरों या रॉक्स जैसा ही लगता था.
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इससे पहले, अमेरिकी अपनी ड्रिंक में सेल्जर वॉटर (seltzer water) और बर्फ मिलाकर डायलूट करते थे और इसे 'द हाईबॉल' कहते थे.
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बाद में कुछ व्हिस्की कंपनियों ने बर्फ के साथ यानी ऑन द रॉक्स शराब पीने को प्रमोट किया और धीरे धीरे यह अमेरिकी संस्कृति का हिस्सा बनते हुए दुनिया भर में फैल गया.
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(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)
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