By: Aajtak.in
अपनी खुद की 'मौत' का अनुभव कर पाएंगे आप, आई ये अनोखी तकनीक
जब मौत आती है, तो कैसा महसूस होता है? इस सवाल का जवाब अब वर्चुअल रियलिटी के जरिए मिल सकेगा.
(Credit- Social Media/Pexels)
(Credit: Officers On Duty/Youtube)
ऑस्ट्रेलिया के आर्टिस्ट शॉन ग्लैडवेल ने इसके लिए पूरी व्यवस्था की है. वह विक्टोरिया की मेलबर्न नेशनल गैलरी में एक शो कर रहे हैं.
लोगों को एक अनोखा अनुभव देने के लिए ग्लैडवेल ने बिजली के तूफानों की आवाज और मेडिकल तकनीक की मदद ली.
शो में कार्डिक अरेस्ट से लेकर ब्रेन डेड तक, अगर कुछ हो तो इंसान को उस वक्त कैसा लगता है? ये बताने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है.
ग्लैडवेल ने कहा कि इस अनुभव में इंसान खुद से दूरी महसूस करता है और उसे ऐसा लगता है जैसे वह हवा में तैरता हुआ बड़े ब्रह्मांड की तरफ जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'मृत्यु के अंतिम कुछ मिनटों को अनुभव करना व्यक्तिगत जीवन का ध्यान करने जैसा है. मेरे लिए ये उदासी नहीं बल्कि रंगों और मूड का स्पेक्ट्रम है.'
लोगों को मौत का अनुभव देने के लिए सबसे पहले उन्हें इस गैलरी में आना होता है. यहां उन्हें अस्पताल जैसे दिखने वाले बेड पर लेटने को कहा जाता है.
यहां हार्ट बीट चेक करने जैसी मशीनें लगी हैं. अगर किसी को असहज महसूस होता है, तो वो बीच में ही जा सकता है. उनकी मदद के लिए यहां स्टाफ के सदस्य मौजूद रहते हैं.
एक शख्स ने सोशल मीडिया पर शो का वीडियो शेयर किया. इसमें लोग नीले रंग के बेड पर लेटे हुए दिखाई देते हैं. उनके सिर पर वर्चुअल रियलिटी सिमुलेटर्स लगे हैं.
उसने आगे कहा, 'अगर ये सब भी काम न करे और आप मरने वाले हों, तो आप खुद को चश्मों की मदद से देख पाएंगे.'
शख्स ने कहा, 'कैसा लगेगा अगर वो (डॉक्टर) आपको उठाने की कोशिश कर रहे हों. अगर ये भी काम न करे, तो आपको तैरता हुआ महसूस हो और ऐसा होता रहे.'