बागेश्वर बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने 'आजतक' से खास बातचीत की और कई मुद्दों पर अपनी राय दी. साथ ही बताया कि वो बचपन से क्या बनना चाहते थे.
धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उनका बचपन से एक ही सपना था कि वो एक सिपाही बनें और देश की सेवा करें. आज भी अगर उन्हें मौका मिलता है तो सिपाही बनना जरूर पसंद करेंगे
बातचीत में उन्होंने मंदिरों में जाकर रील्स बनाने वालों को सलाह दी है. कहा कि मंदिरों में लोगों को आस्था के लिए जाना चाहिए रील्स बनाने के लिए नहीं.
दरअसल, इन दिनों रील्स का काफी ट्रेंड है. कुछ लोग कहीं भी किसी भी समय रील्स बनाने लग जाते हैं. यहां तक कि उन्होंने मंदिरों तक को नहीं छोड़ा.
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मंदिर, देवालय और तीर्थ स्थल और गुरु स्थान. ये प्रदर्शन का विषय नहीं दर्शन का विषय हैं. वहां चित्र मत खींचो. भगवान का चरित्र खींचो.
बता दें, यूपी के नोएडा में इन दिनों बाबा बागेश्वर यानि पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगा हुआ है.
इस कथा कार्यक्रम का आयोजन 'अमृत कल्याण सेवा ट्रस्ट' करवा रहा है, जो कि 16 जुलाई तक चलेगा.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश में स्थित छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं. वे अक्सर अपने कार्यक्रमों में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करते हैं.
हाल ही में धीरेंद्र शास्त्री ने भोपाल में कहा था कि हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सभी सनातनी अपने घरों के बाहर धर्म ध्वज लगाएं, इसी के साथ माथे पर तिलक लगाएं.