एक देश ऐसा भी है, जिसके लिए आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज है. इसकी वजह भी ऐसी है, जो लोगों की आंखों में आंसू ले आती है.
ये वो प्राकृतिक घटना थी, जिसमें अनुमान के मुताबिक 40,000 से 50,000 लोगों की मौत हुई थी. हर तरफ तबाही का मंजर था.
इसके अलावा 60,000 से अधिक लोग घायल हुए थे. जबकि 400,000 से अधिक लोग बेघर हुए. ये सब एक भूकंप के बाद हुआ था.
भूकंप आज ही के दिन यानी 20 जून, साल 1990 में आया था. इसकी तीव्रता 7.4 मापी गई थी. भूकंप के साथ ही भूस्खलन भी हुआ था.
रुदबार-मंजिल क्षेत्र में लगभग सभी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं. भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि इससे दूसरे इलाकों को भी भारी नुकसान पहुंचा.
भूकंप का असर राजधानी तेहरान तक देखने को मिला था. इस भूकंप की यादें आज भी लोगों के जहन में ताजा हैं.
ईरानी डायरेक्टर अब्बास कियारोस्तामी ने अपनी कई फिल्मों में भूकंप और उत्तरी ईरान पर पड़े इसके प्रभाव को दिखाया है.
नेशनल जियोफिजिकल डाटा सेंटर ने अनुमान लगाया था कि प्रभावित इलाकों में भूकंप के कारण 8 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.
भूकंप को लेकर ये भी कहा जाता है कि जो आंकड़े सामने आए, उससे अधिक लोग घायल हुए हैं.
इस मामले में कुछ लोगों ने मृतकों की संख्या 35,000 से 50,000 और घायलों की 60,000 से 105,000 बताई थी. (कुछ तस्वीरें- प्रतीकात्मक)