इस देश में हुई एक ऐसी भाषा की खोज, जिससे आज तक अनजान है दुनिया

Credit- Pexels, Archive of the Bogazkoy Mission

पुरातात्विद धीरे धीरे प्राचीन समय से जुड़ी चीजों की खोज कर रहे हैं. इनमें सबसे खास चीज प्राचीन भाषाएं हैं.

एक बड़ा खुलासा ये भी हुआ है कि लंबे वक्त से इंसान जिन सभ्यताओं को भूला हुआ है, वो इन भाषाओं का इस्तेमाल करती थीं.

भाषाओं का इस्तेमाल बहुसंस्कृतिवाद और राजनीतिक स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए हुआ करता था.

हित्ती साम्राज्य की प्राचीन राजधानी हट्टुसा में पुरातत्वविदों को प्राचीन मिट्टी की पट्टियों में अज्ञात भाषा का पता चला है.

शोधकर्ताओं को यहां से करीब 30,000 अद्वितीय पट्टियां मिली हैं. ये जगह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है.

इनमें से अधिकांश हिट्टाइट में लिखी गईं और कुछ बिल्कुल नई भाषा में लिखी गई थीं. अभी यहां खुदाई का काम चल रहा है.

इसमें खुलासा हुआ है कि शाही सिविल सर्विस के पास सभी विभाग थे. जिनका काम अपने ही लोगों के धर्मों पर शोध करना था.  

हिट्टाइट लीडर्स धार्मिक समारोह और अपने लोगों से जुड़ी अन्य परंपराओं का रिकॉर्ड रखने के लिए स्थानीय भाषा में लिखा करते थे.

इसके पीछे का उद्देश्य परंपराओं को संरक्षित करना था. ताकि वो विशाल साम्राज्य के लोगों तक पहुंचे. जो बहुसंस्कृतिवाद की ओर बढ़ रहा था.