डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, आज से 130 साल पहले तूफान के कारण डूबने वाला जहाज आखिरकार मिल गया है. लंबे वक्त तक इसकी तलाश चलती रही थी.
लेकिन ये जिस हालत में मिला, उसे देख विशेषज्ञ हैरान हैं. अफ्रीका नाम का जहाज अक्टूबर 1895 में अमेरिका-कनाडा सीमा पर एक अन्य जहाज सेवर्न को खींचते वक्त गायब हो गया था.
थोड़ी क्षति पहुंचने के बाद सेवर्न जहाज कनाडा के ब्रूस प्रायद्वीप में फंस गया था. जहां उसके चालक दल को बचा लिया गया, लेकिन अफ्रीका फिर कभी नहीं मिला.
अब यवोन ड्रेबर्ट और जैक मेलनिक नामक शख्स इस क्षेत्र में एक डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग कर रहे थे, तभी उन्हें पहली बार जहाज का मलबा देखने को मिला.
ये दोनों समुद्र में मिलने वाली सीप पर फिल्म बना रहे थे. लेकिन जब जहाज देखा तो उसमें सीप की एक अनोखी प्रजाति देखने को मिली. जिसे ये एलियन प्रजाति मान रहे हैं.
मेलनिक ने कहा, 'हमें सूचना मिली कि मछलियों पर सर्वे कर रहे वैज्ञानिकों ने अपने सोनार रीडआउट में कुछ अलग देखा है. मूल रूप से एक सपाट झील के तल पर एक असामान्य उभार.'
उन्होंने कहा, 'हम कुछ ही मिनटों के लिए नीचे उतरे, तभी गहराई से एक विशाल चीज दिखाई देने लगी. ये एक जहाज का मलबा था. हम इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे.'
अफ्रीका नाम का ये रहस्यमयी जहाज 280 फीट की गहराई पर मिला है. ये वही रहस्यमयी जहाज था, इसका सबूत ये था कि मलबे के रूप में मिला जहाज भी 148 फीट लंबा, 26 फीट चौड़ा और 12.5 फीट ऊंचा है.
इसके अलावा जहाज के चारों ओर कोयले वाली जगह मिली है. ये वही माल था, जो उस भयानक रात में अफ्रीका और सेवर्न द्वारा ले जाया जा रहा था.
अब रहस्यमयी जहाज की पहचान हो चुकी है. ये कैसे डूबा था इसे लेकर विस्तार से जांच की जाएगी. ये बर्फीले तूफान का शिकार बना होगा, तब तेज हवाएं चल रही थीं. जिससे यह लहरों के गर्त में जाकर डूबा होगा.