भारत की तरह मुगलों का बनाया पाकिस्तान में क्या-क्या है?

18 March 2025

मुगल बादशाहों ने न सिर्फ भारत बल्कि पाकिस्तान में भी कई भव्य किले, मकबरे और मस्जिदों का निर्माण कराया था. इन इमारतों के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए यूनेस्को की ओर से इन्हें संरक्षित किया गया है.  

अकबर द्वारा बनवाया गया शाही किला पाकिस्तान के लाहौर में स्थित है. इसे लाहौर का किला भी कहा जाता है.

यह शाही किला 20 हेक्टेयर से ज़्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है.ये मुगल काल की सबसे प्रतिष्ठित संरचनाओं में से एक है. 1566 में  लाहौर को बसाने के बाद मुगल बादशाह अकबर ने इस किले की नींव रखी थी.

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इस किले का नए सिरे से निर्माण 1618 में जहांगीर ने भी कराया था. इस किले के कई हिस्सों को अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब ने दिल्ली और आगरा के किलों के साथ नए सिरे से अलग-अलग समय में बनवाया.

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मुगल बादशाह शाहजहां ने पुराने और नए किलों के निर्माण के साथ ही पाकिस्तान के थट्टा में एक मस्जिद का निर्माण कराया था. इसे थट्टा मस्जिद कहा जाता है.

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यह साधारण ईंटों की एक भारी संरचना है, जिसमें भारी चौकोर खंभे और विशाल दीवारें हैं. उत्तर और दक्षिण में दो गलियारे वाली दीर्घाएं आंगन में आर्केड के माध्यम से खुलती हैं और 93 गुंबद पूरी संरचना को कवर करते हैं.

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मुगलों ने लाहौर में एक खूबसूरत बगीचा भी लगवाया था. इसे शालीमार गार्डेन के नाम से जाना जाता है. ये  लाहौर किला से 7 किलोमीटर दूर स्थित है.

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शालीमार गार्डेन में एक व्यापक जल उद्यान की विशेषता है. यह  16वीं और 17वीं शताब्दियों के दौरान विकसित मुगल कलात्मक अभिव्यक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण हैं.

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बादशाह जहांगीर ने भी अपनी पत्नी के लिए एक भव्य मकबरा बनवाया था. बाद में इसी मकबरे में बादशाह जहांगीर को भी दफनाया गया. इस मकबरे का नाम दिलकुशा बाग है. दिलकुशा बाग स्थित जहांगीर के मकबरे का निर्माण बाद में शाहजहां ने 1637 ई. में कराया था.

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बादशाही मस्जिद, लाहौर - यहां मस्जिद और उसका विशाल प्रांगण एक मंच पर बना हुआ है. इस मुगलकालीन मस्जिद का निर्माण मुगल बादशाह औरंगजेब ने कराया था. प्रवेशद्वार पर लगे शिलालेख से पता चलता है कि इसका निर्माण हिजरी 1084 (1673-74 ई.) में हुआ था.

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शेखपुरा फोर्ट - शेखपुरा किला मुगल बादशाह जहांगीर के शासनकाल में बनाया गया था. यह पाकिस्तान के शेखपुरा में स्थित है.  तुजुक-ए-जहांगीरी (जहांगीर की आत्मकथा) में उल्लेख है कि सम्राट ने 1607 ई. में हिरन मीनार की अपनी शिकार यात्रा के दौरान सिकंदर मोइन को किले के निर्माण का काम सौंपा था.