चेन्नई के तट पर क्यों मिल रहे हैं मृत कछुए, जानें क्या है वजह!

27 Jan 2025

रिपोर्ट-प्रमोद माधव

कहा जाता है कि इस दुनिया में सबसे लंबा जीने वाला जीव कछुआ है. इसकी एक प्रजाति, गोलियत पॉलिप, की उम्र करीब 150 से 250 साल होती है. 

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लेकिन चेन्नई के तट पर इसके उलट नजारा देखने को मिल रहा है. इस बार चेन्नई के तट पर एक महीने के अंदर 1000 से ज्यादा मृत कछुए मिलने से हड़कंप मच गया.(चेन्नई के तट की तस्वीर)

राज्य सरकार और कई NGOs कछुओं को संरक्षित करने के लिए अंडे इकट्ठा करके उन्हें सुरक्षित रूप से समुद्र में छोड़ने तक का काम करते हैं. हजारों अंडों में से मुश्किल से 1 या 2 ही कछुए वयस्क बन पाते हैं.

राज्य सरकार और कई NGOs कछुओं को संरक्षित करने के लिए अंडे इकट्ठा करके उन्हें सुरक्षित रूप से समुद्र में छोड़ने तक का काम करते हैं. हजारों अंडों में से मुश्किल से 1 या 2 ही कछुए वयस्क बन पाते हैं.

 लेकिन बड़ी संख्या में कछुओं के मरने से संरक्षण प्रयासों को बड़ा झटका लगा है. (चेन्नई के तट की तस्वीर)

जानवरों के अधिकारों के कार्यकर्ता एंटनी रुबिन ने बताया की कछुओं की फूली हुई गर्दन और बाहर निकली आंखें इस बात की ओर इशारा करती हैं कि वे डूबने से मरे हैं.

एंटनी रुबिन का कहना है ओलिव रिडले कछुए पानी के अंदर 45 मिनट तक सांस रोक सकते हैं, लेकिन गहरे जाल में फंसने के कारण वे बाहर नहीं आ सके.

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विशेषज्ञों ने बताया कि ओलिव रिडले की मौतों के पीछे मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर जिम्मेदार हैं. इन्हें समुद्र के भीतर 8 किलोमीटर तक मछली पकड़नी चाहिए, लेकिन वे केवल 2-3 किलोमीटर के भीतर जाल बिछा रहे हैं.

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पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि 1000 कछुओं की मौत तट पर दर्ज हुई है, लेकिन समुद्र के भीतर यह संख्या 5000 तक हो सकती है. यह घटना समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकती है.

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