By: Aajtak.in
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट्स पिछले कुछ वक्त से चर्चा में हैं. लोग लगातार इस पर चर्चा कर रहे हैं. कई लोगों को लग रहा है कि इससे आने वाले दिनों में नौकरियां कम हो जाएंगी.
वैसे ये सवाल गूगल के CEO सुंदर पिचाई से भी पूछा गया. न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ एक पॉडकास्ट के वक्त उनसे ये सवाल किया गया.
इस पॉडकास्ट में पिचाई ने भी आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस को लेकर चिंता जाहिर की है, लेकिन उन्होंने इनके फायदों पर भी बात की है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या इसकी वजह से सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स की जॉब चली जाएगी? उन्होंने कहा हमें इस टेक्नोलॉजी को एडॉप्ट करना होगा.
Sundar Pichai ने कहा, 'मैं ऐसा सोचता हूं कि इसके लिए सामाजिक एडॉप्टेशन की जरूरत है. इसके लिए हम सभी को कुछ क्षेत्रों में कोर्स करेक्ट करने की जरूरत है.'
हालांकि, इन चिंताओं पर ज्यादा जोर दिए बिना ही उन्होंने जनरेटिव AI के पॉजिटिव साइड पर बात की है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स के लिए दो चीजें सच हो सकती हैं.'
'एक तो प्रोग्रामिंग के नाम पर आप जो काम कर रहे थे, वो समय के साथ बेहतर होगा. ऐसे में आपके लिए प्रोग्रामिंग करना ज्यादा बेहतर होगा. गूगल डॉक्स की तरह प्रोग्रामिंग भी आसान होगी.'
'मुझे ऐसा लगता है कि अगर आप एक प्रोग्रामर हैं और वक्त के साथ इन बिल्ट-इन टूल्स को यूज करेंगे, तो आपका काम आसान होगा.'
सुंदर पिचाई का भी मानना है कि ChatGPT और गूगल BARD की मदद से प्रोग्रामिंग ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी. इसकी मदद से यूजर्स नई चीजें क्रिएट कर सकेंगे.