15 July 2025
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Bitcoin नाम से पिछले कुछ सालों में बहुत से लोग परिचित हो गए हैं. बहुत से लोगों के लिए तो क्रिप्टोकरेंसी का मतलब ही Bitcoin है.
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Bitcoin या कोई भी क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन पर बेस्ड होती है, जो डिसेंट्रलाइज्ड होती है. यानी इसका कंट्रोल किसी एक संस्था या व्यक्ति के पास नहीं होता है.
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जैसे RBI एक सेंट्रलाइज्ड संस्था है, जो भारत के तमाम बैंकों को रेगुलेट करती है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी इसके उलट काम करती है.
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इस Bitcoin की शुरुआत एक रहस्य है. इसकी शुरुआत Satoshi Nakamoto ने की है, लेकिन ये नाम अब तक एक रहस्य बना हुआ है.
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यानी Satoshi Nakamoto किसी व्यक्ति का नाम है या फिर किसी ग्रुप का, आज तक ये बात पता नहीं चली है. Satoshi Nakamoto ने 2008 में Bitcoin का वॉइट पेपर जारी किया था.
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इसका टाइटल Bitcoin: A Peer-to-Peer Electronic Cash System था. 2009 में उन्होंने पहला Bitcoin नेटवर्क और पहला ब्लॉक (Genesis Block) लॉन्च किया.
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Satoshi Nakamoto की पहचान आज भी रहस्य बनी हुई है. उन्होंने 2010 में Bitcoin कम्युनिटी से दूरी बना ली और इसके बाद कभी सार्वजनिक रूप से एक्टिव नहीं हुए.
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Bitcoin की काफी अच्छा रिटर्न मिल रहा है. साल 2015 की शुरुआत में एक Bitcoin की कीमत 20,280.70 रुपये थी.
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वहीं 2024 में Bitcoin की ओपनिंग 35.23 लाख रुपये पर हुई थी, जबकि क्लोजिंग यानी दिसंबर में इसकी वैल्यू 79.85 लाख रुपये थी.
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इसका ये मतलब है कि अगर 10 साल पहले किसी ने लगभग 20 हजार रुपये Bitcoin में निवेश किए थे, तो अब वो लाखों रुपये बन चुके होते.
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Bitcoin में 100 रुपये की शुरुआती कीमत से निवेश किया जा सकता है. किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले आपको रिसर्च कर लेना चाहिए.
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