25 Feb 2024
Cyber Fraud के आए दिन नए-नए केस पढ़ने और सुनने को मिल रहे हैं. लेटेस्ट मामला कर्नाटक से सामने आया है, जहां विक्टिम ने खुद दूसरों के अकाउंट में 52 लाख रुपये कर दिए और साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया.
दरअसल, इस केस की शुरुआत एक WhatsApp ग्रुप से हुई. इस केस में विक्टिम को ऑनलाइन ट्रेडिंग से कमाई का चस्का लगा था. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
दरअसल कर्नाटक के रहने वाले सुरेश नाम के व्यक्ति ने कंप्लेंट दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं.
सर्कल पुलिस इंपेक्टर ने बताया कि सुरेश ने एक WhtsApp ग्रुप जॉइन किया. ग्रुप में दावा किया है कि वह स्टॉक ट्रेडिंग संबंधित जानकारी देता है.
साइबर क्रिमिनल्स, यहां ग्रुप के लोगों को शेयर खरीदने का सलाह देते. विक्टिम की ग्रुप की एक महिला से बात हुई, जिसने खुद का नाम रामादेवी पटेल बताया, जो एक ट्रेडिंग कंपनी की कर्मचारी हैं.
उसने विक्टिम को कॉल किया और उसके बाद एक विशेष कंपनी के IPO शेयर खरीदने के बारे में बताया. विक्टिम को पता नहीं चला कि वह एक साइबर ठग है.
इसके बाद सुरेश को IBGINON नाम का मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने को कहा, जिसे उसने इंस्टॉल कर लिया.
पहले उसने जो रुपये इनवेस्ट किए, उस पर अच्छा रिटर्न मिला. शुरुआत में उसे अच्छे रिटर्न के बदले मिले रुपये की वजह से लालच लग गया.
इसके बाद साइबर फ्रॉड रामादेवी ने एक वॉलेट तैयार किया है, जो इनवेस्टमेंट के साथ-साथ बेनेफिट्स भी दिखाता रहा. यह रकम 78 लाख रुपये पर पहुंच गई.
जब विक्टिम ने अपने रुपयों को निकालने की कोशिश की, तो साइबर ठगों ने उसे ऐसा नहीं करने दिया. साइबर क्रिमिनल्स ने अलग-अलग बहाने लगाए.
विक्टिम ने अपनी यह रकम कई अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की , जो बैंक खाते पंजाब नेशनल बैंक, SBI और ICICI जैसे अकाउंट में थे.
विक्टिम ने टोटल 52.5 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, जिसमें से 18 लाख एक ही ट्रांजैक्शन में शेयर किए थे.