2 Nov 2024
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स्मार्टफोन में मौजूद SIM कार्ड हमें कॉल, डेटा और SMS सेवाओं का उपयोग करने में मदद करता है. ये सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल (SIM) एक छोटी चिप होती है.
सिम कार्ड हमारे फोन को सेल्यूलर नेटवर्क से जोड़ता है, ताकि हम कॉल कर सकें और इंटरनेट का उपयोग कर सकें. इसके बिना नेटवर्क कनेक्टिविटी संभव नहीं होती.
IMSI (International Mobile Subscriber Identity) एक यूनिक नंबर होता है, जो हर यूजर की पहचान करता है. इसके जरिए नेटवर्क यूजर की लोकेशन और डेटा से जुड़ी जानकारी लेता है.
सिम कार्ड के अंदर कई जरुरी जानकारियां होती हैं, जैसे IMSI नंबर, लोकेशन डेटा, और एक्सेस किए जाने वाले कुछ जरुरी इमरजेंसी नंबर.
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सिम कार्ड एक यूनिक ऑथेंटिकेशन key के जरिए नेटवर्क से कनेक्ट होता है. यह key हर सिम कार्ड में होती है और फोन इसे एक्सेस नहीं कर सकता.
रोमिंग के दौरान, सिम कार्ड यह जानकारी देता है, कि यूजर किस क्षेत्र में है, और किन इमरजेंसी नंबर को एक्सेस कर सकता है.
अब eSIM का दौर आ रहा है, जिसमें फिजिकल सिम की जगह सॉफ्टवेयर द्वारा सिम कार्ड की जगह ले ली जाती है, जिससे ज्यादा सही नेटवर्क कनेक्टिविटी मिलती है.
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eSIM एक डिजिटल SIM है जिसे फिजिकल रूप से बदलने की जरूरत नहीं होती. यह सीधे फोन में इंटीग्रेट होती है, जो कई नेटवर्क से जुड़ने में मदद करती है.
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सिम कार्ड में स्टोर की गई जानकारी सुरक्षित होती है. यह एक एन्क्रिप्टेड फॉर्मेट में होती है, जिससे इसे फोन के माध्यम से एक्सेस करना संभव नहीं होता, और इससे यूजर की प्राइवेसी बनी रहती है.
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