5G से कितना अलग होगा?
5G की लॉन्चिंग के बाद टेलीकॉम कंपनियां देशभर में इसका विस्तार कर रही हैं. इनके विस्तार के साथ ही 6G पर भी चर्चा शुरू हो गई है. 5G की लॉन्चिंग भारत में देर से हुई है, लेकिन सरकार 6G को लेकर ऐसा नहीं चाहती है.
यही वजह है कि अभी से देश में 6G पर काम शुरू हो गया है. PM नरेंद्र मोदी ने भी 6G पर एक विजन डॉक्यूमेंट शेयर किया है. 6G के आने से देश में कई बदलाव होंगे.
वैसे अभी 6G मौजूद नहीं है, लेकिन इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. 6G पर यूजर्स को 5G के मुकाबले 100 गुना ज्यादा स्पीड मिलेगी.
5G पर आपको मैक्सिमम 10GBps तक की स्पीड मिलेगी. वहीं 6G इससे 100 गुना तेज होगा. ये अल्ट्रा-लो लेटेंसी पर 1Tbps तक की स्पीड ऑफर कर सकता है.
6G विजन डॉक्यूमेंट के मुताबिक, इस टेक्नोलॉजी के आने के बाद हमें रिमोट-कंट्रोल्ड फैक्ट्रीज, कॉन्स्टैंटली कम्युनिकेट करने वाली सेल्फ ड्राइविंग कार देखने को मिलेंगी.
इतना ही नहीं ऐसे स्मार्ट टॉकिंग वियरेबल्स मिलेंगे, जो ह्यूमन सेंस की मदद से काम करेंगे. ग्रोथ के साथ 6G कई तरह से सस्टेनेबिलिटी लाने में भी मदद करेगा, क्योंकि ये सभी डिवाइस बैटरी से चलेंगे.
कई बार मन में सवाल आता है कि एक आम यूजर के जीवन पर 6G का क्या असर होगा. चूंकि इसमें यूजर्स को 1TBps की स्पडी से डेटा मिलेगा, तो यूजर्स बहुत कुछ चुटकियों में डाउनलोड कर पाएंगे.
रिपोर्ट्स की मानें तो इस स्पीड पर आप 100 फिल्में एक मिनट में डाउनलोड कर पाएंगे. इसके अलावा होलोग्राम जैसे टेक्नोलॉजी भी आम हो पाएगी.
इसकी मदद से एक ही डिवाइस से कई काम किए जा सकेंगे. 6G की मदद से अरबों डिवाइसेस और मशीन्स को कनेक्ट किया जा सकेगा. ये फिजिकल वर्ल्ड और वर्चुअल वर्ल्ड को एक नए आयाम पर पहुंचाएगा.