By: Aajtak.in
नया AC यानी एयर कंडीशनर खरीदने जा रहे हैं, तो सबसे पहला सवाल आता है कितने टन का AC खरीदना है. क्या आप एसी में इस्तेमाल होने वाले टन शब्द का मतलब जानते हैं?
यहां पर ये पहले ही साफ करते चल रहे हैं कि इसका वजन से कोई संबंध नहीं है. कई लोगों को लता है कि टन का मतलब AC के वजन से है, लेकिन हकीकत कुछ और है.
फिर AC में टन का मतलब क्या होता है? टन यानी Tonnage कूंलिंग कैपेसिटी को मापने के लिए यूज होने वाली एक यूनिट यानी इकाई होती है.
आपको लग रहा होगा कि एक AC की कूलिंग क्षमता को टन में कैसे नापा जा सकता है. दरअसल, इसे ब्रिटिश थर्मल यूनिट के जरिए नापा जाता है.
बल्कि इसे बिटिश थर्मल यूनिट प्रति घंटे के नाम से इस्तेमाल किया जाता है. एक AC की BTU रेंज 5000 से 24 हजार तक होती है. वहीं 1 टन का मतलब 12 हजार BTU होता है.
BTU स्टैंडर्ड मेजरिंग यूनिट होती है. इंटरनेशन स्टैंडर्ड के मुताबिक, आपके कमरे के प्रत्येक स्कॉयर फीट के लिए आपको 20BTU प्रति घंटे की जरूरत होती है.
यहां से आप समझ सकते हैं कि जिस AC की BTU वैल्यू ज्यादा होगी, वो उतनी ही ज्यादा कूलिंग करेगा. हालांकि, इसका ये मतलब बिलकुल नहीं है कि आप हमेशा ज्यादा टन का AC खरीदें.
यूजर्स को अपनी जरूरत के हिसाब से ही AC खरीदना चाहिए. इसका पता आप अपने कमरे के साइज से लगा सकते हैं. अगर आप बड़ा एसी लेंगे, तो बिजली का बिल, मेंटेनेंस और पर्चेज कॉस्ट ज्यादा आएगी.
सामान्यतः एक टन का एयर कंडीशनर 50 से 150 स्कॉयर फीट के रूम के लिए पर्याप्त होता है. बेहतर पावर सेविंग के लिए आपको 5 स्टार AC का इस्तेमाल करना चाहिए.