उत्तरकाशी में मजदूरों को बचाने के लिए बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए तमाम तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है.
Credit: PTI
क्या इन टेक्नोलॉजी के बारे में जानते हैं? टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क की बात हो या फिर दूसरा रास्ता बनाने की, टेक्नोलॉजी कई तरीकों से बचाव कार्य में बड़ी भूमिका निभा रही है.
Credit: PTI
रेस्क्यू मिशन में रास्ता बनाने के लिए ऑगर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये एक पावरफुल डिवाइस है, जो बड़े हेलीका स्क्रू ब्लेड्स से लैस है. ये ब्लेड्स सुरंग में रास्ता बनाने का काम कर रहे हैं.
Credit: PTI
ऑगर मशीन को ट्रेंचलेस टेक्नोलॉजी के साथ जोड़कर इस्तेमाल किया जा रहा है. इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अतिरिक्त खुदाई के बिना पाइप इंस्टॉल करने के लिए किया जाता है.
Credit: PTI
इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सामान्य रूप से अंडरग्राउंड यूटिलिटी, रेस्क्यू ऑपरेशन और दूसरे काम के लिए किया जाता है.
Credit: PTI
इसकी मदद से टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए एक अलग रास्ता बनाया जा रहा है. साथ ही ये भी ध्यान रखा जा रहा है कि सुरंग का मौजूदा स्ट्रक्चर खराब ना हों.
Credit: PTI
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ना सिर्फ पाइप इंस्टॉल करने और सुंरग में ड्रिल करने के लिए किया जा रहा है. बल्कि इसका इस्तेमाल मजदूरों से संपर्क में भी किया जा रहा है.
Credit: PTI
इसमें कैमरा और सेंसर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. इससे मजदूरों की स्थिति की भी जानकारी हो रही है. हालांकि, रेस्क्यू मिशन में किन कैमरों और सेंसर का इस्तेमाल किया जा रहा है इसकी जानकारी नहीं है.
Credit: PTI
मजदूरों से संपर्क करने के लिए फोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. फोन के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से संपर्क किया है.
Credit: PTI
पाइप और ट्रे सिस्टम मजदूरों तक जरूरी सामान पहुंचाने में मदद कर रहा है. इसके लिए एक पाइप इंस्टॉल किया गया है, जिसमें खाना और दूसरी जरूरी चीजों को पहुंचाने के लिए ट्रे सिस्टम लगाया गया है.
Credit: PTI
इसकी मदद से वर्कर्स तक आसानी से खाना पहुंचाया जा रहा है. इन तमाम तरीकों की मदद से इस रेस्क्यू ऑपरेशन में टेक्नोलॉजी एक बड़ा रोल प्ले कर रही है.
Credit: PTI
बता दें कि उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में 41 मजदूर फंसे हुए हैं. इस सुरंग में मजदूर 12 नवंबर से फंसे हुए हैं. इन्हें बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू मिशन जारी है.
Credit: PTI