13 Mar 2024
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI का इस्तेमाल आप तमाम ऑनलाइन पेमेंट के लिए करते हैं. इसमें आपके साथ फ्रॉड भी हो सकता है. कुछ बातों का ध्यान रखकर आप फ्रॉड से बच सकते हैं.
किसी भी ट्रांजेक्शन से पहले आपको उसकी डिटेल्स को डबल चेक करना चाहिए. आपको UPI ID, फोन नंबर या बैंक अकाउंट की डिटेल्स को वेरिफाई करना चाहिए.
फर्जी SMS, ईमेल या फोन कॉल्स से सावधान रहें. कभी भी अपनी जानकारी को अनजान या अनवेरिफाइड सोर्स से शेयर ना करें.
हमेशा मजबूत ऑथेंटिकेशन के तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके लिए आपको PIN, Pattern, फिंगरप्रिंट या दूसरे बॉयोमैट्रिक्स का इस्तेमाल करना चाहिए.
बेहतर सिक्योरिटी के लिए इन-बिल्ट सिक्योरिटी फीचर्स यूज कर सकते हैं. फोन लॉक और बायोमैट्रिक्स ऑथेंटिकेशन दोनों का इस्तेमाल करना चाहिए.
हमेशा अपने ऐप को अपडेट रखें. डेवलपर्स वल्नेरेबिलिटीज और सिक्योरिटी को बेहतर करने के लिए लगातार अपडेट जारी करते रहते हैं.
किसी से भी अपना OTP या PIN शेयर ना करें. इन डिटेल्स को परिवार और दोस्तों के साथ भी ना शेयर करें. क्योंकि जितने लोगों के पास डिटेल, उसके लीक होने का रिस्क उतना ही ज्यादा है.
हमेशा पेमेंट के लिए भरोसेमंद नेटवर्क का इस्तेमाल करें. पब्लिक Wi-Fi नेटवर्क पर पेमेंट करने से बचें. इससे आपकी सेंसिटिव डिटेल्स लीक हो सकती हैं.
अपने अकाउंट की एक्टिविटीज पर ध्यान दें. जैसे बैंक स्टेटमेंट और पेमेंट हिस्ट्री. इससे आपके अकाउंट से होने वाले फर्जी ट्रांजेक्शन का पता तुरंत चल जाएगा.
स्कैम के बारे में खुद को अपडेट रखें. स्कैमर्स हमेशा लोगों को ठगने के नए-नए तरीके खोजते हैं. ऐसे में आपको भी इनसे बचने के लिए हमेशा अपडेट रहना होगा.
अगर आपको लगता है कि आपके बैंक अकाउंट से फर्जी ट्रांजेक्शन हुआ है, तो तुरंत इसकी जानकारी बैंक को दें. इससे आप नुकसान से बच सकते हैं.