1 June 2025
Credit: AI Image
साइबर ठगी के आपने कई केस के बारे में सुना या पढ़ा होगा. ठग कई बार विक्टिम का बैंक खाता खाली करने के लिए UPI का सहारा लेते हैं.
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इसके चक्कर में कई भोले-भाले लोग फंस जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई तक गंवा देते हैं. आइए इनके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
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साइबर ठग एक फेक इमेज तैयार करते हैं, जिसमें रुपये सेंड करने की जानकारी होती. इस टेकनीक का इस्तेमाल करके वे विक्टिम से अपने रुपये वापस मांगते.
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कई साइबर ठग AI Voice Cloning और Deepfake आदि का इस्तेमाल करके खुद को दोस्त या कोई रिश्तेदार आदि बताते. इसके बाद वे किसी जरूरत या इमरजेंसी का बहाना लगाकर रुपये मांगते थे.
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साइबर स्कैमर्स लोगों को चूना लगाने के लिए Fake UPI QR Code का सहारा लेते. इसके बाद ये फेक QR Code यूजर्स को एक फेक वेबसाइट पर ले जाते और पेमेंट करने को कहते हैं.
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कई संदिग्ध ऐप्स विक्टिम की स्क्रीन रिकॉर्डिंग करते हैं. इसके बाद वे बैंक लॉगइन, UPI और उसका कोड आदि हैक कर लेते हैं. इसके बाद वे बड़ी ही आसानी से बैंक खाते में सेंध लगा देते हैं.
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UPI पिन असल में आपके डेबिट कार्ड के ATM PIN की तरह है. इसे किसी के साथ शेयर ना करें.
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पेमेंट रिसीव करना और पेमेंट रिक्वेस्ट दोनों अलग-अलग होते हैं, अगर कोई आपको पेमेंट करता है, तो उसके लिए किसी भी PIN को एंटर करने की जररूत नहीं होगी.
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किसी भी अनजान पेमेंट लिंक पर क्लिक करने से बचें जो SMS, Email या मैसेजिंग ऐप्स के जरिए भेजे जाते हैं. स्कैमर्स अक्सर इन लिंक का उपयोग आपके बैंक डिटेल्स पर्सनल डिटेल्स को चोरी कर सकते हैं.
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स्मार्टफोन को सेफ रखने के लिए जरूरी है कि उसमें एक स्ट्रांग सवर्ड, फिंगरप्रिंट, या फेस लॉक से सुरक्षित रखें.
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