18 Mar 2024
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉल्यूशन कंपनी Staqu टेक्नोलॉजीज ने AI पावर वाला Crime GPT लॉन्च कर दिया है. इस टूल को कंपनी ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर लॉन्च किया है.
कंपनी का ये टूल यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के साथ उनके कोलैबोरेशन का हिस्सा है, जिसके तहत वे रीजन की सिक्योरिटी लैंडस्केप को मजबूत कर रहे हैं.
Crime GPT राज्य के क्रिमिनल डेटाबेस को इस्तेमाल करता है. इसके बाद ऑडियो और लिखित डेटा के आधार पर रिजल्ट ऑफर करता है.
इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर पिछले दो साल में किसी अपराधी की गुंडागर्दी के मामलों की जानकारी चाहिए, तो इस GPT की मदद से उसे ऑडियो और टेक्स्ट फॉर्मेट में तुरंत खोजा जा सकता है.
ये टूल पुलिस के डेटाबेस को तलाशकर उस रिजल्ट को तुरंत मुहैया कराएगा. इसमें फेशियल रिकॉग्निशन, स्पीकर आइडेंटिफिकेशन, वॉयस रिकॉग्निशन जैसे फीचर्स मिलते हैं.
Crime GPT कंपनी के त्रिनेत्र ऐप्लिकेशन का एक्सटेंशन है. कंपनी की मानें तो त्रिनेत्र फेस रिकॉग्निशन और ऑडियो क्लू का इस्तेमाल एक क्रिमिनल ट्रायल को डिटेक्ट, मॉनिटर और मेंटेन करने में करता है.
इससे पुलिस को अपने काम में काफी मदद मिलती है. UP पुलिस के साथ मिलकर Staqu ने पहले 9 लाख अपराधियों का डिजिटल डेटाबेस तैयार किया था.
कंपनी राज्य के विभिन्न डिपार्टमेंट के साथ मिलकर काम कर रही है. Staqu टेक्नोलॉजीज का लेटेस्ट प्रोडक्ट Crime GPT है, जो पुलिस की मदद कर रहा है.
Staqu के को-फाउंडर और CEO, अतुल राय ने इस पर कहा, 'हमारा मकसद एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करना है.'