AI के जरिए हो रहे हैं ये 5 फ्रॉड, सतर्क रहें, ना करें ये गलती

19 Aug 2025

Photo: AI Generated

साइबर ठगी के कई केस के बारे में आपने सुना और पढ़ा होगा. लेकिन कई केस ऐसे हैं, जिनमें बड़ी चालाकी से काम होता है और विक्टिम को पता भी नहीं चलता है. 

साइबर ठगी के कई केस 

Photo: AI Generated

यहां आपको साइबर ठगी के उन 5 केस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें AI का यूज किया गया है. आइए एक-एक करके इन केस के बारे में जानते हैं.

जानें ये 5 केस

Photo: AI Generated

AI की मदद से फेक चेहरे और आवाज को कॉपी किया जा सकता है. इन फेक आवाज और चेहरे के चक्कर में कई लोग फंस जाते हैं. इसकी मदद से ब्लैकमेल और फर्जी किडनैपिंग केस का झांसा दिया जाता है. 

डीपफेक फ्रॉड

Photo: AI Generated

AI का यूज करके कुछ ऐसे ईमेल और मैसेज बना लिये जाते हैं, जो एकदम असली लगते हैं. हैकर्स इनका यूज करके आपका बैंक खाता खाली कर सकते हैं.

फिशिंग ईमेल्स 

Photo: AI Generated

AI की मदद से किसी की फर्जी आवाज तैयार करना बहुत ही आसान है. ऐसे में भोले-भाले लोगों को झांस दिया जाता है. साइबर ठग इसकी मदद से परिजन या भाई-बहन बनकर पैसों की डिमांड कर सकते हैं. 

वॉइस क्लोनिंग स्कैम

Photo: AI Generated

AI का यूज करके ऐसा टूल तैयार किया जाता है, जिसमें फेक अमाउंट से लेकर कई डिटेल्स होती है. ऐसे में साइबर ठग आपको धोखा दे सकते हैं. 

फेक ट्रेडिंग स्कैम 

Photo: AI Generated

AI का यूज करके आप ऐसे वायरस या हैकिंग टूल तैयार कर सकते हैं, जो सिस्टम के सिक्योरिटी को ब्रीच करते हैं. ये पासवर्ड का अंदाजा लगा सकते हैं और बैंक खाते में सेंधमारी लगा सकते हैं.

हैकिंग को ऑटोमेट करना 

Photo: AI Generated

साइबर ठगों से बचाव के लिए जरूरी है कि आप किसी भी मैसेज, वॉयस या वीडियो कॉल पर आंख बंद करके यकीन ना करें. 

साइबर ठगी के कैसे बचें? 

Photo: AI Generated

भाई-बहन या रिश्तेदार की आवाज या वीडियो कॉल आती है तो सबसे पहले उनके रियल नंबर पर कॉल करके एक बार वेरिफाई करें. फर्जी नंबर से फेक कॉल्स की संभावना होती है. 

AI के झांसे में ना आएं

Photo: AI Generated