स्मार्टफोन में ब्लास्ट के मामले कई बार देखने को मिलते हैं. सामान्य रूप से ऐसे मामले गर्मी में देखने को मिलते हैं, लेकिन सर्दियों में भी किसी के साथ ऐसे हादसे हो सकते हैं.
दरअसल, किसी फोन में आग लगने या फिर ब्लास्ट होने की वजह ओवरहीटिंग होती है. ऐसे में यूजर्स को लगता है कि सर्दियों में फोन कम हीट होगा और आग लगने के चांस कम हो जाएंगे.
काफी हद तक ये आंकलन सच भी है कि सर्दी में रूम टेम्परेचर कम होता है. ऐसे में फोन चार्ज करने पर भले ही हीट एमिट हो, लेकिन टेम्परेचर कम होने की वजह से आग लगने का चांस कम होता है.
हालांकि, ये भी सच है कि सर्दियों में हम गर्म चीजों के पास ज्यादा रहते हैं. गांव में लोग अलाव के पास होते हैं. वहीं शहरों में कई लोग रूम हीटर का यूज कर सकते हैं.
अगर आपका स्मार्टफोन सीधे इनके संपर्क में आता है, तो आग लगने या ब्लास्ट के चांस बढ़ जाते हैं. ऐसे में आपको स्मार्टफोन को अलाव या रूम हीटर से दूर रखना चाहिए.
इसके अलावा फोन को चार्ज पर लगाते हुए हमें ध्यान रखना चाहिए कि कहीं फोन कंबल या तकिये के नीचे ना रह जाए. ऐसे में फोन से निकलने वाली गर्मी तेजी से बढ़ती है और हादसा हो सकता है.
इसके अलावा अगर आप अपना फोन पूरी रात चार्ज पर लगाते हैं, तो इसकी वजह से भले ही कोई हादसा ना हो, लेकिन आपका फोन खराब हो सकता है.
इतना ही नहीं अगर आप किसी दूसरे फोन के चार्जर से अपना फोन चार्ज करते हैं, तो भी हादसा हो सकता है. ऐसे में आपको ध्यान रखना चाहिए कि फोन को सपोर्टेड चार्जर से ही चार्ज करना चाहिए.
इन बातों का ध्यान रखकर आप खुद को हादसे से बचा सकते हैं. फोन को चार्जिंग पर लगाने हुए ध्यान रखें कि वो एक निश्चित वक्त तक ही चार्ज हो.