ना उठाया कॉल और ना दिया OTP, एडवोकेट को लगा लाखों का चूना

24 Oct 2023

Aajtak.in

साइबर क्रिमिनल्स भोले-भाले लोगों के साथ ठगी करने के अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. साइबर फ्रॉड का लेटेस्ट मामला दिल्ली से सामने आया है, जहां एक महिला वकील को शिकार बनाया. 

दिल्ली में हुआ साइबर फ्रॉड 

दरअसल, यह मामला फोन हैकिंग या सिम स्वैपिंग का बताया जा रहा है. इस केस में सिर्फ तीन मिस कॉल का सहारा लेकर महिला एडवोकेट के बैंक अकाउंट से कई लाख रुपये उड़ा लिए. 

तीन मिस कॉल से उड़ाए रुपये 

साइबर फ्रॉड के इस लेटेस्ट केस में एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. वकील के नंबर पर अनजान नंबर से लगातार तीन बार मिस कॉल आईं, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया. फिर भी उनके बैंक अकाउंट से रुपये कट गए. 

ना उठाया कॉल और ना दी OTP 

साइबर सेल में दर्ज कराई कंप्लेंट के मुताबिक, वकील जब हाई कोर्ट में थीं, तो उनके बैंक अकाउंट से कुछ लाख रुपये काट लिए गए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. 

दर्ज कराई कंप्लेंट 

35 साल की वकील को उनके नंबर पर अनजान नंबर से तीन मिस कॉल आईं. इसके बाद महिला एडवोकेट ने उस नंबर पर दूसरे नंबर से कॉल किया. उसने खुद को कुरियर बॉय बताया. 

क्या है मामला? 

खुद को कुरियर बॉय बताने वाले ने कहा, आपका एक पार्सल आया है. इसके बाद महिला एडवोकेट ने सिर्फ घर का पता बताया था. कॉल काटते ही उसके पास डेबिट के मैसेज आए. 

सिर्फ घर का पता दिया 

शुरुआत जांच में खुलासा हुआ है कि महिला के ब्राउजर में कुछ unusual हिस्ट्री भी मिलती है, जिसे उसने कभी एक्सेस ही नहीं किया. यह फोन हैकिंग के संकेत है. 

फोन हैकिंग के संकेत 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसे फिशिंग लिंक के कुछ मैसेज भी रिसीव हुए. इसके अलावा UPI रजिस्ट्रेशन के संदिग्ध मैसेज भी मिलते हैं. 

UPI रजिस्ट्रेशन के भी मैसेज 

महिला एडवोकेट ने बताया कि उसने इन वेबसाइट्स के साथ कोई UPI पेमेंट नहीं की है. इसे सिम स्वैपिंग का भी मामला बताया है. 

महिला ने नहीं की UPI पेमेंट 

सिम स्वैपिंग, साइबर क्राइम है. इसमें मोबाइल नंबर के सिम कार्ड को बदलकर हैकर्स उसके नाम से गैर कानूनी तरीके से सिम का एक्सेस ले लेते हैं. सिम स्वैपिंग का मकसद अमूमन बैंक खातों में सेंधमारी करना होता है. 

क्या है सिम स्वैपिंग?