9 April 2024
भारतीय रेल में डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर (Dy CTI) की पोस्ट काम करने वाले अचानक एक साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए.
दरअसल, रेलवे कर्मचारी के साथ यह साइबर फ्रॉड दो महीने तक चलता रहा और उसके बैंक से 40 लाख रुपये उड़ा लिए. आइए जानते हैं पूरा मामला.
पुलिस कंप्लेंट के मुताबिक, भुसावल डिविजन में Dy CTI के पोस्ट पर काम करने वाले विक्टिम को 7 जनवरी को फेसबुक पर एक विज्ञापन नजर आया, जिसमें ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग की जानकारी दी थी.
विक्टिम ने फेसबुक विज्ञापन में दिए गए लिंक पर क्लिक कर दिया. इसके बाद वह एक WhatsApp ग्रुप से कनेक्ट हो गया.
इस ग्रुप में यूजर्स को अलग-अलग तरह के इनवेस्टमेंट और उससे मिलने वाले हाई रिटर्न के दावे किए जाते थे.
इसके बाद साइबर क्रिमिनल्स ने विक्टिम को एक लिंक शेयर किया. इस लिंक में क्लिक करने के बाद उसे एक ऐप इंस्टॉल करने को कहा.
इसके बाद स्कैमर्स ने विक्टिम को अलग-अलग स्टॉक मार्केट के शेयर के बारे में बताया और उनसे शेयर खरीदने को कहा.
इसके बाद विक्टिम ने 16 जनवरी से 7 मार्च तक रुपये ट्रांसफर किए. कुल 21 ट्रांजैक्शन में विक्टिम ने 40.20 लाख रुपये भेज दिए.
इसके बाद विक्टिम को स्कैमर्स के बताए गए ऐप में 1.18 करोड़ रुपये का बेनेफिट नजर आया.
इसके बाद जब उसने उन रुपयों को निकालने की कोशिश की, तो वह उन रुपयों को निकाल नहीं पाया.
इसके बाद विक्टिम को समझ आया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं. इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी.