तो समझें कोई कर रहा मोबाइल स्क्रीन रिकॉर्ड
स्मार्टफोन अब सिर्फ कॉल और मैसेज तक सीमित नहीं रह गया है. अब फोन में बैकिंग से लेकर कई जरूरी फोटो और वीडियो भी मौजूद होते हैं.
ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले हैकर्स मोबाइल स्क्रीन रिकॉर्ड कर सकते हैं. इससे वे मोबाइल के पर्सनल फोटो, वीडियो या OTP या बैंकिंग डिटेल्स आदि को एक्सेस कर सकता है.
बैंक डिटेल्स समेत OTP आदि लीक होने पर बैंक अकाउंट तक खाली हो सकता है. या फिर पर्सनल फोटो एक्सेस कर कोई ब्लैकमेल कर सकता है.
स्क्रीन रिकॉर्डिंग का पता लगाना कोई आसान काम नहीं है. जबकि कुछ फोन एक में खास ऑप्शन है, जो बैकग्राउंड में चल रहे माइक और कैमरा की जानकारी ग्रीन डॉट के जरिए देते हैं.
स्क्रीन रिकॉर्डिंग के साथ वॉयस रिकॉर्डिंग हो रही है तो टॉप राइट में ग्रीन डॉट देख सकते हैं. अब सवाल आता है कि सिर्फ स्क्रीन रिकॉर्डिंग को कैसे पहचानें.
मोबाइल स्क्रीन रिकॉर्डिंग अगर किसी ऐप के माध्यम से हो रही है, तो मोबाइल सेटिंग्स में जाकर चेक करें कि कौन सा ऐप स्क्रीन रिकॉर्ड कर रहा है. फिर उसे डिलीट कर दें. अगर ऐप नहीं मिल रहा है तो दूसरा तरीका अपनाएं.
मोबाइल से स्क्रीन रिकॉर्डर दूर करने का दूसरा तरीका फोन को फैक्ट्री रिस्टोर करना होगा. इसके लिए मोबाइल सेटिंग्स में जाकर ऑप्शन मिलेगा.
फैक्ट्री रिस्टोर करने से कंपनी की ओर से इंस्टॉल सभी ऐप्स के अलावा दूसरे ऐप्स डिलीट हो जाएंगे. इससे आपके फोन को रिकॉर्डिंग ऐप से छुट्टी मिल सकती है.
मोबाइल को हैकिंग आदि से बचाने के लिए जरूरी है कि फोन यूजर्स रेगुलरली ऐप परमिशन को चेक करते रहे. किसी ऐप को गैर जरूरी परमिशन ना दें.