मुंबई की महिला को अपना पार्सल ट्रैक करना भारी पड़ा और वह एक साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई हैं. यह स्कैम अन्य कुरियर स्कैम से अलग है. आप भूलकर भी ना करें ये गलती.
दरअसल, अन्य कुरियर स्कैम में एक फेक पुलिस वाला, CBI या फिर कस्टम ऑफिसर बनकर कॉल करते हैं. इसके बाद फर्जी आरोप लगाकर लोगों को ठगने का काम करते हैं. लेकिन मुंबई का यह मामला अलग है.
दरअसल, मुंबई की रहने वाले महिला ने हाल में अपने एक पार्सल को ट्रैक करने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया. आखिर में जाकर वह एक साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई.
विक्टिम महिला पेशे से एक डॉक्टर हैं. उन्होंने कुछ दिन पहले एक ऑनलाइन ऑर्डर किया था और उसकी डिलिवरी का वह इंतजार कर रही थीं. इस दौरान डिलिवरी लेट हुई.
ऐसे में विक्टिम डॉक्टर महिला अपने पार्सल का स्टेटस चेक करना चाहती थीं. इसके लिए उन्होंने इंटरनेट पर सर्च किया और डिलिवरी एजेंट से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की.
इंटरनेट पर मिले नंबर की मदद से विक्टिम महिला ने जब उस नंबर पर कॉल किया, तो उनकी एक व्यक्ति से बात हुई. व्यक्ति ने महिला की पूरी मदद करने का वादा किया.
महिला की मदद करने वाले व्यक्ति स्कैमर था. इसके बाद स्कैमर्स ने महिला को बताया कि पार्सल को ट्रैक करने के लिए एक ऐप इंस्टॉल करना होगा.
ऐप इंस्टॉल करने के बाद स्कैमर्स ने कुछ इंस्ट्रक्शन दिए और सभी कंप्लीट करने के बाद महिला को हैरान रह गई. उनके बैंक अकाउंट से 68 हजार रुपये डेबिट हो चुके थे. ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स से मिली है.
दरअसल, इंटरनेट पर मिलने वाले किसी भी नंबर पर आंख बंद करके यकीन ना करें. अक्सर स्कैमर्स फर्जी नाम से अपना नंबर गूगल पर रैंक करा लेते हैं. इसके बाद वह भोले-भाले लोगों को चूना लगाते हैं.