24 OCT 2024
Credit: AI Image
आजकल साइबर क्रिमिनल्स एक फोटो के जरिए भी आपके फोन को हैक कर सकते हैं. आपकी फोटो का इस्तेमाल करके वो आपका पर्सनल डेटा चोरी कर सकते हैं.
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सोशल मीडिया पर आपके द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर या किसी को भेजी गई फोटो को हैकर्स एडिट कर सकते हैं. फिर इस एडिट फोटो के जरिए वे आपको वायरस लिंक भेजते हैं.
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फिशिंग अटैक में हैकर्स नकली लिंक या मैसेज भेजते हैं, जो आपके फोन में वायरस डाल सकते हैं. ये वायरस आपकी जानकारी चुरा सकता है, जैसे बैंक डिटेल्स और पासवर्ड.
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हर फोटो के साथ कुछ टेक्निकल जानकारी जुड़ी होती है, जिसे EXIF डेटा कहते हैं. इसमें आपकी लोकेशन, डिवाइस की जानकारी जैसा कंटेंट शामिल हो सकता है.
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हैकर्स आपकी फोटो का इस्तेमाल डीपफेक वीडियो बनाने के लिए कर सकते हैं, जो दिखने में असली लगता है. इससे आपकी इमेज को नुकसान पहुंचाया जा सकता है.
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हैकर्स आपकी फोटो से जुड़े वायरस के जरिए आपके फोन को कंट्रोल कर सकते हैं. इससे वे आपकी पर्सनल जानकारी तक पहुंच सकते हैं.
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फोन के हैक होने से आपकी बैंक डिटेल्स, सोशल मीडिया अकाउंट्स, पर्सनल चैट्स, और यहां तक कि आपकी पहचान भी चुराई जा सकती है.
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अनजान लिंक और फोटो पर क्लिक न करें, सिर्फ भरोसेमंद लोगों के साथ फोटो शेयर करें, फोटो का EXIF डेटा डिलीट करें और एंटीवायरस ऐप्स का इस्तेमाल करें.
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साइबर क्राइम से बचने के लिए सावधान रहना जरूरी है. अपनी फोटो और डेटा को सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध लिंक या मैसेज पर क्लिक करने से बचें.
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