सिर्फ सोचने से होने लगेगी टाइपिंग? Meta AI ने किया है डेवलप

10 Feb 2025

Credit: AI Image 

Meta AI ने अब एक बड़ा कारनामा करके दिखाया है, जहां सिर्फ एक इंसान के सोचने से कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर टाइपिंग होने लगेगी.

Meta की तैयारी 

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दरअसल, कंपनी ने साल 2017 में एक आइडिये को इंट्रूड्यूस किया था,  जिसमें ब्रेन रीडिंग वाली कैप के बारे में बताया था. वह आपके सिर्फ सोचने भर से टाइपिंग शुरू कर देती थी.   

2017 में दिखाया कॉन्सेप्ट 

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Meta का ब्रेन टाइपिंग सिस्टम कुछ उसी की तरह है. Meta का ब्रेन टाइपिंग सिस्टम Artificial Intelligence (AI) और न्यूरोसाइंस का इस्तेमाल करता है. 

Meta का ब्रेन टाइपिंग सिस्टम 

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Meta का यह सिस्टम ब्रेन एक्टिविटी को ट्रैक करता और कैरेक्टर को प्रेडिक्ट करता है कि शख्स कौन सी keys को दबाना चाहता है. 

प्रेडिक्ट पर करता है काम 

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यहां गौर करने वाली बात यह है कि ये सिस्टम बहुत महंगा और विशाल है. इसे सिर्फ हाईली कंट्रोल लैब सेटिंग में इस्तेमाल किया जा सकता है. 

सेंसटिव है ये सिस्टम 

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हाल ही में MIT टेक्नोलॉजी ने एक ब्लॉग में बताया था कि इस टेक्नोलॉजी में स्पेशल ब्रेन स्कैनर होते हैं. 

ऐसे काम करता है ये सिस्टम

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Meta द्वारा इस्तेमाल की गई इस मशीन का नाम  मैग्नेटोएन्सेफैलोग्राफी (MEG) है. जो छोटी से छोटी मैग्नेटिक वेव को डिटेक्ट कर लेती है. 

ये है मशीन का नाम

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यह स्कैनर बहुत ही विशाल और सेंसटिव है, जिसे एक स्पेशल रूम में रखा जाता है. यह रूम पृथ्वी के मैग्नेटिक फील्ड को ब्लॉक करता है. 

बड़ा और सेंसटिव है ये स्कैनर 

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Meta रिसर्चर्स एक AI मॉडल को ट्रेन्ड कर रहे हैं, जिसका नाम Brain2Qwerty है. यह मॉडल भी ब्रेन सिग्नल को एनालाइज करने में मदद करता है. 

इस मॉडल पर किया ट्रेन्ड 

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Meta के इस सिस्टम की एक्युरेसी की बात करें तो यह करीब 80 परसेंट तक की बताई गई है.

मिली इतनी परसेंट एक्युरेसी

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Meta के इस एक्सपेरिमेंट्स में 35 वालंटियर्स शामिल हुए, जो स्पेन स्थित रिसर्च सेंटर में पहुंचे. हर एक शख्स ने स्कैनर के अंदर 20 घंटे तक बिताए.   

टेस्टिंग में इतने लोग शामिल 

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