बेच दिए 30 लाख के गैर-कानूनी टिकट, हुआ गिरफ्तार
RPF ने दिल्ली से एक शख्स को IRCTC वेबसाइट हैक करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी ने गलत तरीके से तत्काल कोटे में टिकट बुक की हैं, जिन्हें पैसेंजर्स को काफी ज्यादा कीमत पर बेचा गया है.
पुलिस ने इस मामले में बताया है कि आरोपी का नाम मुइनुद्दीन चिश्ती है, जो उत्तर प्रदेश के दादरी का रहने वाला है. आरोपी ग्रेटर नोएडा में रेलवे टिकट बुकिंग की दुकान चलाता है.
पुलिस का कहना है कि आरोपी मुइनुद्दीन चिश्ती इस स्कैंडल को पिछले दो साल से चला रहा था. आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वो कैसे इस पूरे स्कैंडल को अंजाम देता था.
रिपोर्ट्स की मानें तो आरोपी ने IRCTC पोर्टल को हैक करने के लिए Nexus, Sikka V2 और BigBoss जैस गैर-कानूनी सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल किया. इनकी मदद से उसने कई पर्सनल प्रोफाइल्स को क्रिएट किया.
आरोपी ने बताया कि वो इन सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल IRCTC के तत्काल और VIP कोटा का एक्सेस हासिल करने के लिए करता था. इसकी मदद से वो आसानी से टिकट बुक कर पाता था.
दूसरे ऑनलाइन यूजर्स के मुकाबले आरोपी को टिकट बुकिंग का एक्सेस तेजी से मिलता था. इन टिकट्स को आरोप तीन से चार गुना ज्यादा कीमत पर पैसेंजर्स को बेचता था.
आरोपी ने भारतीय रेलवे के कई नियमों का उल्लंघन किया है. IRCTC एजेंट्स किसी थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर के जरिए टिकट बुक नहीं कर सकते हैं.
उन्हें टिकट बुक करने के लिए IRCTC का पोर्टल ही यूज करना होता है. इसके अलावा रेलवे बिके टिकट को किसी दूसरे नाम पर ट्रांसफर करने से भी रोकती है.
चिश्ती किसी के भी नाम पर टिकट बुक करता था और फिर उसे इन सॉफ्टवेयर की मदद से दूसरे यूजर्स को ट्रांसफर करता था. आरोपी ने Indian Home Railways Act 1989 के सेक्शन का उल्लंघन किया है.
आरोपी दो साल से इस स्कैंडल को चला रहा था और इस दौरान उसने 30 लाख रुपये से ज्यादा के टिकट बेचे हैं. आरोपी एक गलती की वजह से पकड़ा गया, जब साइबर क्राइम यूनिट ने पाया कि कई टिकट एक ही नंबर से बुक हो रहे हैं.