जिनकी वजह से चल रहे दुनियाभर के फोन
(फोटो- University of Texas at Austin)
नोबेल प्राइज विजेता साइंटिस्ट John B. Goodenough का 100 साल की उम्र में निधन हो गया है. साल 2019 में उन्हें लिथियम आयन बैटरी विकसित करने के लिए रसायन विज्ञान में नोबेल प्राइज मिला था.
लिथियम आयन बैटरी एक बड़ी खोज है, जो आज के वक्त में तमाम इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स में यूज होती है. चाहे आपका मोबाइल फोन हो या फिर हाइब्रिड कार्स लिथियम आयन बैटरी इन सभी जगहों पर यूज की जाती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास ने जानकारी दी है कि John B. Goodenough का निधन रविवार को हुआ है. John B. Goodenough यहां पर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे.
हालांकि, नोबेल पुरस्कार मिलने से पहले तक उन्हें आम लोग कम जाते थे. उनकी पहचान साइंटिस्ट्स, एकेडमी सर्किल और कमर्शियल टाइटन्स से बीच ही थी.
उन्होंने साल 1980 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में उस बैटरी को क्रिएट किया, जिसकी वजह से आज दुनियाभर में स्मार्टफोन्स, हाइब्रिड कार्स की भरमार है.
स्मार्टफोन ही नहीं लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल लैपटॉप, टैबलेट, लाइफसेविंग मेडिकल डिवाइस और तमाम प्रोडक्ट्स में होता है.
साल 2019 में Dr John B. Goodenough को 97 साल की उम्र में नोबेल प्राइस मिला. उस वक्त Dr Goodenough टेक्सास यूनिवर्सिटी में काम कर रहे थे.
John B. Goodenough सबसे ज्यादा उम्र में नोबेल पुरस्कार पाने वाले शख्स बनें. हालांकि, लिथियम आयन बैटरी के लिए John B. Goodenough के साथ दो अन्य लोगों को पुरस्कार मिला था.
इस बैटरी को विकसित करने में M. Stanley Whittingham और Akira Yoshino ने भी मदद की थी. John ने बैटरी के पेटेंट्स को कलीग्स से शेयर किया और अवार्ड से आने वाले स्टाइपेंड को रिसर्च और स्कॉलरशिप में बांट दिया.