स्मार्टफोन बना रहे हैं पुरुषों को नपुसंक? क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स, कैस बच सकते हैं

स्मार्टफोन बना रहे हैं पुरुषों को नपुसंक? क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स, कैस बच सकते हैं

By: Aajtak.in

स्मार्टफोन्स हमारी लाइफ का एक जरूरी हिस्सा बन चुके हैं. इसके बिना जिंदगी की कल्पना भी अब मुश्किल लगती है. क्या हो अगर स्मार्टफोन आपकी हेल्थ को धीरे-धीरे और बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हों?

स्मार्टफोन बन चुके हैं हिस्सा

पहले भी कई बार हेल्थ पर स्मार्टफोन्स के इम्पैक्ट की रिपोर्ट्स आ चुकी हैं. इस बार सवाल है पुरुषों की फर्टिलिटी का. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्टफोन्स पुरुषों की फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव डाल रहे हैं.

पुरुषों पर पड़ रहा प्रभाव

खासकर जब ये स्मार्टफोन्स पैंट की जेब में होते हैं. ऐसा नहीं है कि इनका प्रभाव महिलाओं पर नहीं पड़ता, लेकिन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं पर इसका असर कम है.

महिलाओं पर है प्रभाव

इसकी वजह Electromagnetic Radiation है, जो पुरुषों की फर्टिलिटी से थर्मल और नॉन-थर्मल दोनों ही मैकेनिज्म से इन्टरैक्ट होते हैं.

क्या है वजह? 

इस विषय पर पिछले कुछ सालों में कई रिपोर्ट्स सामने आई हैं. डॉ पंकज तलवार ने इंडिया टुडे से बातचीत में इस बारे में खास जानकारी दी है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स? 

उन्होंने बताया कि मोबाइल रेडियेशन की वजह से पुरुषों में स्पर्म काउंट और स्पर्म मोबिलिटी में कमी आती है. इतना ही नहीं इसकी वजह से स्पर्म मॉर्फोलॉजी भी प्रभावित होती है.

स्पर्म काउंट होता है कम

दरअसल, इसके पीछे का साइंस बहुत सिंपल है. जैसे ही डिवाइस से ज्यादा गर्मी या रेडिशन निकलता है, तो हमारे शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज (ROS) मॉलिक्यूल का लेवल भी बढ़ता है.

कैसे पहुंचाता है नुकसान? 

इनकी वजह से बॉडी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बनता है. सेल्स में ROS के बनने की वजह से DNA, RNA और प्रोटीन को नुकसान पहुंचता है. यहां तक की इसकी वजह से सेल्स की डेथ भी हो जाती है.

क्या-क्या होता है? 

हालांकि, स्मोकिंग और दूसरी कई वजहें भी पुरुषों की फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचाती हैं. डॉक्टर की मानें तो अच्छी नींद, खाने और फोन से थोड़ी दूरी बनाकर आप इन सब से बच सकते हैं. हर वक्त फोन को यूज ना करें और जब उसकी जरूरत ना हो, तो फोन को दूर रखें. आप नुकसान को कम कर सकते हैं.

कैसे बच सकते हैं आप?