22 May 2024
दिल्ली-NCR समेत देश के कई शहरों में तेज गर्मी का कहर जारी है. इस गर्मी से राहत पाने के लिए कई लोग AC का इस्तेमाल करने लगे हैं. अधिकतर लोगों के मन में सवाल आता है कि AC को सही से कैसे इस्तेमाल करें.
Credit: Getty
ऊर्जा मंत्रालय ने AC को लेकर जरूरी जानकारी शेयर की है और बताया कि हमें AC का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? ऐसे में हम ना सिर्फ बीमारियों से बचाव कर सकते हैं और पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं.
Credit: Getty
ऊर्जा मंत्रालय के एक्सपर्ट के मुताबिक, AC को हमेशा 26 डिग्री या उससे ऊपर के टेंप्रेचर पर सेट करके चलाना चाहिए. इसके साथ यूजर्स सीलिंग फैन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
Credit: Getty
एनर्जी कंवर्जेशन ब्यूरो के कार्यकारी इंजीनियर ने एक जानकारी शेयर की. इसमें बताया है कि AC का कैसे समझदारी से इस्तेमाल किया जा सकता है.
Credit: Getty
तपती गर्मी में बहुत से लोग दिन में कई घंटे तक AC का इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसे में हमारे लिए जानना जरूरी है कि सही तापमान क्या है और क्या इससे हम बीमारी की गिरफ्त में आ सकते हैं?
AC वालों की आदत होती है कि वे 20-22 डिग्री पर टेंप्रेचर सेट करके चलाते हैं. इससे ना सिर्फ ज्यादा बिजली की खपत होती है, बल्कि शरीर को भी नुकसान होता है.
आप जानते हैं कि इंसानी शरीर का टेंप्रेचर 37 डिग्री सेल्सियस होता है. शरीर 23 डिग्री से लेकर 39 डिग्री का तापमान सहन कर सकता है, जिसे मानव शरीर का तापमान सहिष्णुता कहा जाता है.
जब AC का तापमान 19- 20 या 21 डिग्री पर चलाते हैं तो कमरे का तापमान सामान्य शरीर के तापमान से बहुत कम होता है. इससे हाइपोथर्मिया प्रोसेस शुरू हो जाता है.
हाइपोथर्मिया के अंदर शरीर के कुछ हिस्सों में खून की सप्लाई पूरी तरह से नहीं हो पाती है. लंबे समय तक ये कंडिशन रहने पर यूजर्स को कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
AC में रहने की वजह से पसीना नहीं निकलता है, जिससे शरीर के टॉक्सिन्स बाहर नहीं आ पाते हैं. लंबे समय तक इस कंडिशन में रहने के बाद कई बीमारियों को दावत मिलती है.
AC को 26 डिग्री या उससे अधिक तापमान पर सेट करके चलाना चाहिए. AC को 26 डिग्री या उससे ऊपर चलाना और पंखे को धीमी गति से चलाना एक परफेक्ट ऑप्शन है.
AC 26+ डिग्री पर चलाने पर एक रात में करीब 5 यूनिट बिजली की बचत करते हैं और अन्य 10 लाख घर भी इस प्रोसेस को फॉलो करते, तो ऐसे डेली 5 मिलियन यूनिट बिजली बचा सकते हैं.