किसका आया मैसेज-कॉल, सब जानती है कंपनी
कुछ स्मार्टफोन कंपनियां यूजर्स के कुछ डेटा को कलेक्ट करती हैं. इस डेटा कलेक्शन के पीछे कंपनियां दावा करती हैं कि वे इसे यूजर्स एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने में इस्तेमाल करती हैं.
क्या आप जानते हैं कि फोन कंपनियां जो डेटा स्टोर कर रही हैं, उसकी परमिशन शुरुआत में स्मार्टफोन के सेटअप के दौरान ले लेती हैं. हालांकि इसे बाद में ऑफ भी किया जा सकता है.
दरअसल, हाल ही में एक ट्विटर यूजर्स ने स्क्रीनशॉट्स करके बताया कि ये फीचर SMS, call और अन्य डेटा का इस्तेमाल करके यूजर्स एक्सपीरियंस को बेहतर करने का दावा कर रहा है. इसके बाद डेटा कलेक्शन का मुद्दा एक बार फिर सामने आया.
इसके बाद IT Ministry of India की तरफ से कंपनी से जवाब मांगा. कंपनी ने बताया है कि ये डेटा फोन में स्टोर होता है. डेटा कहीं शेयर या क्लाउड पर अपलोड नहीं होता है.
मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया कि 'Enhanced intelligent services' नाम के फीचर को मैनुअली ऑफ भी किया जा सकता है. आइए जानते हैं क्या है ऑफ करने का प्रोसेस.
इसके लिए फोन की सेटिंग में जाएं. इसके बाद Additional Settings पर क्लिक करें और फिर सिस्टम सर्विस में जाएं.
सिस्टम सर्विस में Enhanced System Services ऑप्शन के टॉगल को ऑफ कर दें. हालांकि इसके बाद कंपनी की साइड से डिस्क्लेमेर भी मिल सकता है.
एक बार Enhanced System Services को ऑफ करने के बाद यूजर्स मोबाइल को रिस्टार्ट कर लें. इसके बाद वह फीचर काम करना बंद कर देगा.
न्यू एंड्रॉयड स्मार्टफोन खरीदते समय एक बात का ध्यान रखें कि कंपनी कुछ डेटा कलेक्शन एक्सेस करने की परमिशन मांगती है. इस फीचर को शुरुआत में रोका जा सकता है.