इंटरनेट के इस दौर में लोग कई तरह के स्कैम और फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं. यहां तक कि हैकर्स लोगों के फोन में स्पाईवेयर या मैलवेयर इंस्टॉल करते हैं.
अगर आपके फोन में कोई मैलवेयर है, तो आप बड़ी ही आसानी से इसका पता लगा सकते हैं. अमूमन इन स्पाईवेयर के आने पर आपको कुछ साइन नजर आने लगते हैं.
कैमरे, माइक की नोटिफिकेशन लाइट का बेवजह जलना, किसी ऐप का बार-बार बंद होना और फोन का हैंग होना किसी मैलवेयर के प्राइमरी साइन होते हैं.
मान लीजिए आपके फोन में कोई स्पाईवेयर आ जाए, तो आप क्या करेंगे. सबसे पहले तो आपको समझना होगा कि फोन में वायरस या मैलवेयर किस रूप में है.
अगर ये ऐड्सवेयर या पॉप-अप ऐड के रूप में है, तो इसकी वजह कोई ऐप होगा. आपको उसे रिमूव करना होगा और परमिशन को ऑफ करना होगा.
इसके अलावा आप किसी वायरस या मैलवेयर को रिमूव करने के लिए एंटी-वायरस स्कैनर ऐप्स की मदद ले सकते हैं. इसके लिए आप csk.gov.in से फ्री ऐप डाउनलोड कर सकते हैं.
इसके अलावा आप सेटिंग में जाकर भी संदिग्ध ऐप्स को रिमूव कर सकते हैं. इसके लिए आपको सेटिंग में जाना होगा और फिर ऐप्स में जाकर चेक करना होगा कि क्या कोई संदिग्ध ऐप दिख रहा है.
इसके अलावा आप ऐप्स परमिशन में जाकर भी चेक कर सकते हैं. परमिशन मैनेजर में जाकर आप चेक कर सकते हैं किसी ऐप को आपने परमिशन नहीं दी है और वो चुपके से आपकी डिटेल्स इकट्ठा कर रहा है.
ऐसे में आपको उस ऐप को रिमूव करना होगा. अगर ऐप डिलीट नहीं हो पा रहा है तो आप सेटिंग में जाकर फैक्ट्री रिसेट कर सकते हैं. इससे वायरस रिमूव हो जाता है.
हालांकि, कुछ ऐसे भी मैलवेयर होते हैं, जो इसके बाद भी रिमूव नहीं होते हैं. ऐसे में आपको ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर में अपना फोन दिखाना होगा.