एक स्मार्टफोन को आप कब तक यूज करते हैं? शायद एक साल, दो साल या फिर और ज्यादा, लेकिन इनके एक्सपायर होने के बाद भी यूज करते रहना कितना सही है.
एक्सपायर...! क्या स्मार्टफोन्स भी एक्सपायर होते हैं? आपके मन में ये सवाल आ सकता है, लेकिन सच ये है कि हर चीज की कोई ना कोई एक्सपायरी डेट होती है.
जैसे आपकी कार, बाइक और दवा की एक्सपायरी डेट होती है. उसी तरह से एक निश्चित वक्त के बाद आपके फोन भी एक्सपायर हो जाते हैं.
ध्यान देने वाली बात ये है कि आपके फोन की एक्सपायरी डेट मैन्युफैक्चरिंग डेट से ही शुरू हो जाती है. यानी आप कब फोन खरीदते हैं इससे कोई मतलब नहीं है.
आपका फोन कब मैन्युफैक्चर हुआ है, एक्सपायर डेट भी उसी के हिसाब से होती है. अलग-अलग ब्रांड्स के स्मार्टफोन्स की एक्सपायरी डेट अलग-अलग होती है.
औसतन ऐपल के iPhones 4 से 8 साल तक यूज किए जा सकते हैं. ये उनकी स्थिति पर निर्भर करता है. इसके अलावा सैमसंग के फोन्स की लाइफ 3 से 6 साल तक होती, जबकि गूगल के फोन्स 3 से 5 साल तक यूज किए जा सकते हैं.
दरअसल, स्मार्टफोन मैन्युफैक्चर्र हर फोन को एक निश्चित वक्त तक ही अपडेट देते हैं. उसके बाद आप फोन को अपने रिस्क पर यूज कर रहे होते हैं.
ऐसे में आप किसी फिशिंग लिंक का शिकार हो सकते हैं. क्योंकि आपके फोन में लेटेस्ट अपडेट नहीं होगा, तो हैकर्स के लिए इसे टार्गेट करना आसान हो जाता है.
आपके फोन की एक्सपायरी डेट उस तारीख से ही शुरू हो जाती है, जब वो मैन्युफैक्चर होता है, नाकि जब आप उसे खरीदते हैं. आप अपने फोन के बॉक्स पर उसकी मैन्युफैक्चरिंग डेट देख सकते हैं.
इसके बाद आप जिस भी कंपनी का फोन यूज कर रहे हैं, उसकी वेबसाइट पर सॉफ्टवेयर अपडेट की डिटेल होती है. यानी आपके फोन को कब तक अपडेट मिलेगा.
आप Endoflife.date पर जाकर भी अपने डिवाइस की एक्सपायरी डेट देख सकते हैं. हालांकि, इस पर सभी ब्रांड्स की डिटेल्स मौजूद नहीं हैं.
इस तरह से एक स्मार्टफोन की एक्सपायरी डेट तब है जब उसे अपडेट मिलना बंद हो जाए. फोन इसके बाद भी काम करेगा, लेकिन आपके रिस्क पर. कुछ वक्त के बाद कई ऐप्स इस पर काम करना बंद कर देते हैं.