स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है. ऑफिस के काम से लेकर रुपयों का लेनदेन भी मोबाइल से हो जाता है. ऐसे में कई हैकर्स भी आपके फोन पर नजर लगाए बैठे रहते हैं और मौका लगते ही वे बैंक अकाउंट तक खाली कर सकते हैं.
अब सवाल आता है कि स्मार्टफोन हैक कैसे होता है और फोन हैक की क्या पहचान हैं? दरअसल, स्मार्टफोन को हैक करने के लिए हैकर्स हजारों तरीकों को अपना सकते हैं.
मोबाइल हैक करने के लिए हैकर्स फोन कॉल करने से लेकर मोबाइल में एक मैसेज भेजकर भी उसे हैक कर सकते हैं. इसके बाद वह उससे जरूरी डेटा का एक्सेस कर, आपके बैंक अकाउंट तक जीरो कर सकते हैं.
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि फोन हैकिंग का कैसे पता चलता है? आपका मोबाइल हैक हुआ या नहीं, उसके बारे में जानने के कई तरीकें हैं. आइए एक-एक करके उनके बारे में जानते हैं.
अगर आपका हैंडसेट अचनाक से गर्म होने लगा है, तो उसका मतलब है कि वह हैकर्स के निशाने पर है. दरअसल, फोन अगर यूज़ नहीं कर रहे हैं तो वह गर्म नहीं होगा, जब उसमें कोई टास्क होता है, तभी वह गर्म होता है.
फोन में अगर कैमरा या फिर अन्य टास्क को पूरा किया जा रहा है, तो इस वर्किंग पीरियड के दौरान वह गर्म हो सकता है. अगर हैकर्स दूर बैठकर हैंडसेट को रिमोटली यूज़ कर रहा है, तो ऐसे परिस्थिति में स्मार्टफोन जरूर गर्म होगा.
स्मार्टफोन की बैटरी तेजी से खत्म होती है, तो यह साइन भी हैकिंग का है. दरअसल, जब आप फोन यूज़ नहीं कर रहे हैं, तो उसकी बैटरी धीरे-धीरे खत्म होती है. अगर रिमोटली उसे कोई चला रहा है तो उसकी बैटरी जल्द खत्म होती है.
फोन स्क्रीन पर अचानक नए-नए पॉपअप आने लगे हैं और इनकी संख्या बढ़ने लगे, तो समझ सकते हैं कि आपका हैंडसेट हैक हो चुका है. दरअसल, adware एक तरह का साइबर Malicious Software है. यह मोबाइल यूजर्स को Ads दिखाता है. यह फोन स्कैनिंग करता है.
हैकिंग से बचाव के लिए ढेरों तरीके मिल जाएंगे, जिसमें सबसे आखिर और कारगर तरीका फोन को फैक्ट्री रिसेट करना है. इससे मोबाइल से गैर जरूरी सॉफ्टवेयर और अन्य फाइल डिलीट हो जाती हैं.