03 June 2024
भारत में साल 2024 लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है. सभी चरण कंप्लीट हो चुके हैं और प्रत्याशियों की किस्मत इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) में कैद हो गई है.
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अब 4 जून 2024 के दिन वोटों की काउंटिंग होगी और इस दिन का लगभग सभी को इंतजार है. हर कोई जानना चाहता है कि आने वाले 5 साल कौन देश की सत्ता संभालेंगा. EVM से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं.
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क्या आप जानते हैं कि एक EVM मशीन में कितने वोटों को स्टोर करके रखा जा सकता है. आइए इसका जवाब जानते हैं.
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EVM मशीन को मुख्यतः तीन भागों में बांटा जाता है. इसमें एक साल 2006 से पहले की EVM, और दूसरी साल 2006 के बाद की EVM और तीसरी साल 2006 के बाद की अपग्रेड EVM हैं.
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2006 से पहले की एक EVM मशीन में 3840 वोट्स को स्टोर किया जा सकता था. जबकि 2006 के बाद की मशीनों में यह लिमिट कर कम कर दी गई.
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2006 के बाद की EVM मशीन में 2 हजार वोट्स को स्टोर किया जा सकता है. इतना ही नहीं 2006 के बाद की अप्रेड्स मशीन में भी ये लिमिट है. ये जानकारी इलेक्शन कमशीन से मिली है.
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EVM मशीन को चुनाव आयोग ने डिजाइन और तैयार किया है. इसके लिए उसने दो पब्लिक सेक्टर के साथ पार्टरनशिप की थी.
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EVM के लिए चुनाव आयोग ने एक दो पब्लिक सेक्टर के साथ पार्टनरशिप की. इसमें एक भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड, बेंगलुरु (रक्षा मंत्रालय) है और दूसरा इलेक्ट्रोनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (परमाणु ऊर्जा विभाग) है.
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EVM में दो यूनिट्स होती हैं, जिसमें एक Control Unit और Balloting Unit यूनिट होता है. Balloting Unit वह मशीन होती है, जिस पर मतदाता वोट डालते हैं, जबकि कंट्रोल यूनिट प्रीसाइडिंग ऑफिसर के पास होती है.
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