चांद पर जब बनेगी इंसानी कॉलोनी और रहेंगे लोग

ChatGPT ने बताया किन चीजों की होगी जरूरत

23 Aug 2023

Aajtak.in

भारत का Chandryaan-3 चांद पर लैंड कर चुका है. इस ऐतिहासिक पल के बाद अब लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं. इनमें से एक सवाल ये भी है कि क्या चांद पर इंसानी बस्ती बस सकती है?

ChatGPT ने बताई जरूतें

ChatGPT के मुताबिक, इंसान को चांद की जमीन पर रहने के लिए कुछ खास जरूरतें होंगी. ChatGPT ने बताया है कि वहां भी किसी देश की तरह पूरा एक सिस्टम बनाना होगा. आइए जानते हैं. 

तैयार करना होगा पूरा सिस्टम 

पृथ्वी पर ऑक्सीजन मौजूद है, जबकि चांद पर ऑक्सीजन की कमी है. इसलिए चांद पर कॉलोनी बनाने के लिए ऑक्सीजन, पानी  और खाने की जरूरत होगी.

इंसान की बेसिक जरूरत 

ऑक्सीजन की कमी को सूट या मास्क पहनकर पूरा किया जा सकता है. वहीं इंसान स्पेस शटल में फूड लेकर जा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर वहां पर कुछ खाने के आइटम भी तैयार कर सकते हैं. 

ऐसे पूरी होंगी जरूरत 

चांद पर कॉलोनी बनाने के लिए इलेक्ट्रिसिटी पावर की जरूरत होगी. इस दौरान सोलर पैनल और अन्य रेन्यूवल एनर्जी का इस्तेमाल करके बिजली जनरेट की जा सकती है. 

इलेक्ट्रिसिटी की होगी जरूरत 

चांद पर कॉलोनी बनाने के लिए कम्यूनिकेशन की जरूरत होगी. इसके लिए चांद पर एक मजबूत कम्यूनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा. ये ना सिर्फ चांद पर कम्यूनिकेशन में मदद करेगा, बल्कि धरती से भी संपर्क स्थापित करेगा. 

कम्यूनिकेशन सेटअप की जरूरत 

चांद पर कॉलोनी बनाने के लिए वहां हेल्थकेयर सिस्टम का सेटअप करना होगा. यहां बेसिक मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम करना होगा, ताकि यहां रहने वाले हर एक इंसान को आपातकाल के दौरान जरूरी स्वास्थ्य सुविधा दी जा सकें. 

मेडिकल सुविधाएं 

चांद पर इंसानी कॉलोनी बनने के बाद वहां वेस्ट भी जनरेट होगा. इस वेस्ट को रीसायकल करने का भी इंतजाम करना होगा. इसका सजेशन ChatGPT ने दिया है. 

वेस्ट रीसायकल मैनेजमेंट  

चांद पर ट्रैवल के लिए रोवर्स और वीकल तैयार किए जाएंगे. पृथ्वी पर चलने वाली कारों और बसों की तुलना में चांद पर ग्रैविटी कम है, ऐसे में वहां ट्रांसपोर्टेशन की अलग समस्या होंगी.  (नोट: अधिकतर फोटो AI ने तैयार की हैं)

रोवर्स और वीकल