हो सकते हैं स्कैम के शिकार
Gmail चलाने वाले दुनिया भर में करोड़ों यूजर्स हैं और उन सभी के ऊपर खतरा मंडरा रहा है. दरअसल, एक इंजीनियर ने दावा है कि हैकर्स नए तरीके अपना रहे हैं.
Google ने बीते महीने Gmail checkmark system हाइलाइट पेश किया. ये कंपनी और संस्थान को वेरिफाइड करके ब्लू चेकमार्क देने का काम करता है.
ब्लू चेकमार्क को लाने का मकसद यह था कि यूजर्स बड़ी कंपनियों के मेल और स्कैमर्स या फर्जी के बीच के अंतर को आसानी से पहचान सके.
इस फीचर का फायदा फर्जी ब्रांड, स्कैमर्स या फिर धोखाधड़ी करने वाले अपने लाभ के लिए भोले-भाले जीमेल यूजर्स के खिलाफ उठा रहे हैं.
गूगल की खामी के बारे में सबसे पहले साइबर सिक्योरिटी इंजीनियर Chris Plummer ने जानकारी दी है. गूगल ने शुरुआत में इसे नजर अंदाज किया. लेकिन ट्वीट वायरल होने के बाद गूगल ने इस पर गंभीरता दिखाई.
इंजीनियर ने बताया है कि अगर सेंडर्स किसी भी ब्रांड के नाम का डुप्लीकेट बनाता है, तो रिसिवर्स कंफ्यूज होकर किसी नकली सामान को असली समझकर खरीद सकता है.
ब्लू चेकमार्क जैसे ऑप्शन को देखकर कोई भी कंफ्यूज हो सकता है. ऐसे में यूजर्स को बैंक के नाम वाला ईमेल मिल सकता है, जिसमें ब्लू चेक मार्क का हो सकता है. ऐसे में यूजर्स स्कैम का शिकार हो सकता है.
गूगल ने जानकारी शेयर की है कि उनकी टीम इसको लेकर जांच कर रही है. जल्द ही इस तरह की परेशानी को दूर कर लिया जाएगा.
ब्रांड या फिर किसी भी बैंक आदि के ईमेल पर आंखकर बंद करके यकीन क करें. हर एक ईमेल या मैसेज आदि को क्रॉस चेक करें. साथ ही किसी के साथ OTP Share न करें.