भूकंप (Earthquake) की वजह से पूरी दुनिया में 1997 से लेकर 2017 तक करीब 7.50 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस प्राकृतिक आपदा को गूगल ने गंभीरता से लिया है.
गूगल साल 2020 में भूकंप अलर्ट सिस्टम से पर्दा उठा चुका है और अब इसे भारत के लिए भी जारी कर दिया है. भारत की दो सरकारी एजेंसी और मंत्रालय के साथ मिलकर Android Earthquake Alerts System को पेश किया है.
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जो कहीं भा आ सकती है. गूगल अपने सिस्टम की मदद से एंड्रॉयड यूजर्स को अलर्ट दे सकेगा, ताकि लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें.
भूकंप अलर्ट के लिए एंड्रॉयड स्मार्टफोन के इनबिल्ट सेंसर का इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें Accelerometers सेंसर भी है. ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि Miniature Seismometers की तरह काम कर सकता है.
दरअसल, भूकंप आदि से बचने के लिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वह किसी टेबल के नीचे जाकर छिप जाएं और टेबल को जोर से पकड़ लें.
मोबाइल चार्जिंग के दौरान किसी फ्लैट सरफेस पर होता है. जब उसे शुरुआती झटके महसूस होंगे, तो वह सेंट्रल सर्वर पर डेटा भेजेगा. एक ही इलाके कई फोन इस तरह के झटकों की रिपोर्ट्स करेंगे, तो वहां भूकंप की पुष्टि हो सकेगी.
ऐसे में भूकंप के एपिक सेंटर और उसकी दूरी का अंदाजा लगाया जा सकेगा. इसके बाद तुरंत आसपास मौजूद मोबाइल को तुरंत भूकंप का अलर्ट भेज दिया जाएगा.
यह पूरा सिस्टम ऐसे काम करेगा और अलर्ट को इतनी फास्ट स्पीड से सेंड करेंगे, जो लाइट की स्पीड को पीछे छोड़ सकता है.
गूगल के इस अलर्ट सिस्टम को यूजर फ्रेंडली बनाया है. एंड्रॉयड पर मिलने वाले इस फीचर में कई भारतीय भाषाओं का सपोर्ट मौजूद है. यह करोड़ों लोगों के लिए उपयोगी होगा.