फ्यूचर में स्मार्टफोन्स कैसे होंगे? ये सवाल कई बार मन में आता है, लेकिन इसका सटीक अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल है.
Pic Credit: urf7i/instagramहर दिन बदलती ये टेक्नोलॉजी हो सकता है कि किसी रोज स्मार्टफोन की जरूरत ही खत्म कर दे. यानी हम इसकी जगह कोई और प्रोडक्ट यूज करने लगें.
Pic Credit: urf7i/instagramइस कॉन्सेप्ट को पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता है. क्योंकि मार्केट लीडर्स और एक्सपर्ट्स इस पर विचार कर रहे हैं और शायद इस पर काम भी हो रहा हो.
Pic Credit: urf7i/instagramपिछले साल Nokia के CEO Pekka Lundmark ने इस ओर इशारा भी किया था. उनका मानना था कि 6G आने तक स्मार्टफोन्स खत्म हो सकते हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramउन्होंने कहा था कि 6G की लॉन्चिंग तक शायद स्मार्टफोन्स कॉमन इंटरनेटफेस ना रहें. हम इन्हें किसी और रूप में यूज कर रहे हों.
शायद इनकी जगह हमारी बॉडी में चिप्स और सिम कार्ड्स लगाए जाने लगें.
Pic Credit: urf7i/instagramमाइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स का भी ऐसा ही मानना है. उन्होंने भी कहा था कि आने वाले वक्त में इलेक्ट्रॉनिक टैटूज फोन्स की जगह ले सकते हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramElon Musk की कंपनी Neuralink भी ब्रेच चिप्स पर काम कर रही है. इसके बाद चीजें शायद सिर्फ सोचने से ही हो जाएं.
Pic Credit: urf7i/instagramइसके लिए हमें पूरे दिन फोन लेकर घूमना ही ना पड़े. हम केवल अपने दिमाग में सोचे और दूसरे यूजर तक हमारा मैसेज पहुंच जाए.
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