भूलकर भी ना करें ये गलतियां, होगा जिंदगी भर पछतावा, खाली हो सकता है बैंक खाता 

29 Oct 2023

Aajtak.in

तकनीक के इस युग में जहां लोगों को घर बैठे अधिकतर फैसिलिटी मिल रही हैं, वहीं इस सिक्के का दूसरा पहलू भी है. उस दूसरे पहलू में कई लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं.

तकनीक से फायदे और नुकसान

साइबर ठगी के आए दिन नए-नए मामले को सुनने  और पढ़ने को मिलते हैं. साइबर स्कैम में कई लोगों के बैंक अकाउंट तक खाली हो चुके हैं. 

साइबर फ्रॉड के कई केस 

स्कैमर्स आम यूजर्स से उसका सेंसटिव डेटा कलेक्ट करने के लिए अलग-अलग ट्रिक्स फॉलो करते हैं. इसके बाद डेट ऑफ बर्थ, बैंक डिटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड डिटेल्स और पासवर्ड चुरा लेते हैं. 

चालाकी से चुराते हैं डेटा 

आज हम आपको कुछ खास टिप्स एंड ट्रिक्स के बारे में बताने जा रहे हैं. इन्हें फॉलो करने के बाद यूजर्स कभी भी साइबर ठगी का शिकार नहीं होंगे.

जानते हैं कुछ खास ट्रिक्स

भोले-भाले लोगों के साथ ठगी करने के लिए स्कैमर्स फेक इंश्योरेंस, सस्ती दवाईं, कार्ड रेन्यूवल, KYC वेरिफिकेशन और ऑफर्स का लालच देते हैं. 

स्कैमर्स कैसे देते हैं धोखा ? 

आम लोगों को धोखा देने के लिए स्कैमर्स अक्सर फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स आदि बनाते हैं. इसके बाद कई तरीकों को फॉलो करके लोगों के करीब आते हैं. 

फेक सोशल मीडिया अकाउंट 

फोन या SMS पर आने वाले किसी भी मैसेज पर आंख मूंदकर यकीन ना करें. अगर आपको कोई बैंक डिटेल्स शेयर करने को कहता है, ये काम कभी ना करें.   

भूलकर भी ना करें ये गलती

फोन पर आने वाले बैंक OTP को कभी किसी के साथ शेयर ना करें. ना ही ऑनलाइन बैंकिंग की लॉगइन डिटेल्स और पासवर्ड को शेयर करें. 

OTP शेयर ना करें 

SMS, WhatsApp या फिर अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए आने वाले किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए. लिंक पर क्लिक करने से साइबर फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं. 

अनजान लिंक पर क्लिक से बचें 

फोन पर ऑनलाइन चैरिटी के ढेरों मैसेज और फोन कॉल आते हैं. चैरिटी करना अच्छी बात है, लेकिन कई बार साइबर स्कैमर्स इसका इस्तेमाल करके आपको ठग सकते हैं. 

चैरिटी स्कैम से सावधान