पॉर्नोग्राफी देखने का आरोप और फेक अरेस्ट वारंट, PIB ने किया बड़ा खुलासा

30 Aug 2024

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साइबर ठग आए दिन नई-नई ट्रिक का इस्तेमाल करके आम लोगों को चूना लगा रहे हैं. ये स्कैमर्स कई लोगों की जिंदगी भर की कमाई तक उड़ा लेते हैं. 

साइबर ठगी की नई ट्रिक  

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भारत सरकार के प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो (PIB) के PIB फेक्ट चेक टीम ने X प्लेटफॉर्म (पुराना नाम Twitter) पर एक पोस्ट किया है और साइबर ठगों के एक नए तरीके के बारे में बताया है.  

PIB ने दी जानकारी 

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पोस्ट में बताया है कि क्या आपको भी ईमेल पर इसी तरह का कोर्ट ऑर्डर का ईमेल आया है, इसमें आपकी इंटरनेट IP का हवाला देकर गंभीर आरोप लगाए हैं. 

फेक ईमेल में फंसा रहे

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इस पोस्ट में एक स्क्रीनशॉट्स भी अटैच किया है, जिसमें एक लेटर का स्क्रीनशॉट्स है. इसमें  अरेस्ट वारंट की भी जानकारी है. 

स्क्रीनशॉट्स भी किया शेयर 

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इस फेक ईमेल में यूजर्स को बताया है कि जांच में आपके ऑफिस या प्राइवेट इंटरनेट आईपी पर पोर्नग्राफी व्यूइंग प्लेटफॉर्म है.

इंटरनेट का हवाला  

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इसके बाद फेक ईमेल में गिरफ्तारी के वारंट तक की जानकारी दी जाती है. इसको लेकर PIB Fact Check ने बताया है कि यह फेक है.

अरेस्ट करने का फेक वारंट 

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PIB Fact Check ने इस तरह के ईमेल आदि की रिपोर्ट करने का भी लिंक शेयर किया है. cybercrime.gov.in पर जाकर ऐसे फेक ईमेल और मैसेज आदि की रिपोर्ट कर सकते हैं. 

ऐसे करें रिपोर्ट 

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ऐसे किसी भी ईमेल, कॉल, मैसेज आदि से सावधान रहने की जरूरत है. अगर कोई आपको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर गिरफ्तारी आदि का डर दिखाकर  रुपये मांगता है, तो वह ठग हो सकते हैं. 

ना करें ये गलती 

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ऐसे में यूजर्स को बैंक की संबंधित डिटेल्स को शेयर नहीं करना चाहिए. ना ही किसी ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करें और ना किसी को बैंक ओटीपी आदि दें.   

शेयर ना करें ये डिटेल्स 

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