2 April 2024
दरअसल, 69 साल के विक्टिम पेशे से एक डॉक्टर हैं और दक्षिण भारत में रहते हैं. एक दिन उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया. हालांकि उन्हें पता नहीं था कि यह कॉल उन्हें 16.50 लाख रुपये का चूना लगा देगा.
मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस कंप्लेंट का हवाला देकर बताया है कि डॉक्टर के 28 मार्च को एक कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस वाला बताया और लोकेशन दिल्ली बताई.
इसके बाद साइबर क्रिमिनल्स ने बताया कि डॉक्टर के खिलाफ दिल्ली-CBI कोर्ट ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. फर्जी पुलिस वाले ने बताया कि इस केस का संबंध ड्रग, मनी लॉन्ड्रिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से है.
साइबर क्रिमिनल्स ने विक्टिम पर अलग-अलग लगाए गए आरोप बताए और उसे काफी डरा दिया. इसके साथ विक्टिम को दिल्ली कोर्ट में हाजिर होने को कहा.
इसके बाद साइबर क्रिमिनल्स ने विक्टिम से कहा कि इसके लिए दिल्ली आना होगा या फिर वे ऑनलाइन जॉइन भी कर सकते हैं.
साइबर क्रिमिनल्स ने विक्टिम से कुछ रुपयों की डिमांड की और कोर्ट केस के बाद रिटर्न करने का वादा भी किया.
कोर्ट केस और गंभीर आरोप से घबराकर विक्टिम ने 16.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. फिर कॉलर ने विक्टिम के WhatsApp पर संबंधित डॉक्यूमेंट शेयर कर दिए.
16.50 लाख रुपये ट्रांसफर करने के बाद साइबर क्रिमिनल्स ने विक्टिम डॉक्टर से दोबारा संपर्क किया. इसके बाद कुछ और रुपयों की डिमांड कर दी.
विक्टिम डॉक्टर ने इस मामले की जानकारी अपने दोस्त के साथ शेयर की, उसके बाद इसे पता चला कि वह साइबर फ्रॉड के शिकार हो चुके हैं. फिर उन्होंने पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई.