18 Aug 2024
Credit:AI Image
आज आपको एक नए साइबर फ्रॉड के बारे में बताने जा रहे हैं. इस साइबर ठगी के केस में एक शख्स को बड़ी ही चालाकी से 21 लाख का चूना लगाया है.
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विक्टिम की आयु 43 साल है और वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है. साइबर ठगों ने उसे 21 लाख का चूना लगाया है.
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साइबर ठगी की शुरुआत 16 जुलाई की हुई. साइबर फ्रॉड का विक्टिम के पास कॉल आया. उसने एक पार्सल की बात कही.
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इसके बाद साइबर ठग ने व्यक्ति को बताया कि उसके नाम से एक पार्सल मिला है, जिसमें कुछ मात्रा में ड्रग्स मिला है.
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साइबर स्कैमर्स ने इस झूठ को इतने साफ तरीके से बोला कि विक्टिम धोखा खा गया. विक्टिम को बताया कि पार्सल में सेंडर के नाम पर आपका नाम है.
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पुणे स्थित भारतीय विद्यापीठ पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर (क्राइम) ने शनिवार को बताया कि टेलीकम्युनिकेशन ऐप पर एक फेक पुलिस ऑफिसर से विक्टिम की बातचीत हुई.
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इसके बाद फेक पुलिस ने विक्टिम पर मनी लाउंड्रिंग समेत कई गंभीर आरोप लगाए. इसके बाद उसे डराया-धमकाया.
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फेक पुलिस ने विक्टिम शख्स को गिरफ्तार तक करने का धमकी दी. इसके बाद घबरा गया और काफी डर गया.
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इसके बाद फेक पुलिस वालों ने शख्स को बताया कि आपका बैंक अकाउंट में मनी लाउंड्रिंग में इस्तेमाल हुआ है.
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इसके बाद बैंक अकाउंट के वेरिफिकेशन के नाम पर विक्टिम से कुछ रुपये ट्रांसफर करने को कहा. साथ ही बताया कि आप निर्दोश हैं, तो रुपये वापस मिल जाएंगे.
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ऐसे में विक्टिम शख्स ने करीब 21 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद जब उसने अपने रुपये वापस मांगे तो उसे कुछ वापस नहीं मिला.
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इसके बाद उसे समझ आ गया है कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुका है. फिर उसने पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई.